हरिद्वार के ‘हर की पैड़ी’ जैसी बनेगी अयोध्या की ‘राम की पैड़ी’, रामायण कालीन वनस्पतियां होंगी संरक्षित
अयोध्या: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को धर्म नगरी अयोध्या का दौरा कर वहां के विकास कार्यों का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि श्री अयोध्या धाम को वैश्विक मानचित्र पर नई पहचान देने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार कृतसंकल्पित है।
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि राम की पैड़ी पर सरयू की पर्याप्त जलधारा होनी चाहिए। इसे हरिद्वार की हर की पैड़ी की तरह विकसित किया जाए। नया घाट से क्रूज़ चलाने की योजना पर भी काम को तेज किया जाए।
महंत नृत्यदास से भेंट:
यहां जारी विकास कार्यों की स्थिति का संज्ञान लेते हुए मुख्यमंत्री ने इन्हें तीव्र गति से पूर्ण करने के लिए समीक्षा बैठक कर अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। यात्रा के बीच अयोध्या जी में श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के अध्यक्ष, महंत नृत्य गोपाल दास का हालचाल जाना व कहा कि प्रभु श्रीराम से उनके अच्छे स्वास्थ्य और निरोगी जीवन की कामना करता हूं।
अयोध्या का वर्ल्ड क्लास सिटी के रूप में विकास हो:
मुख्यमंत्री ने अयोध्या धाम में संचालित विभिन्न विकास परियोजनाओं की प्रगति की समीक्षा करते हुए सभी संबंधित विभागों के अपर मुख्य सचिव/प्रमुख सचिव को अपने विभाग की विकास परियोजनाओं का स्थलीय निरीक्षण कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा अयोध्या को वैश्विक पहचान दिलाने के साथ-साथ समस्त आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित कर इसका सर्वांगीण विकास हमारी प्राथमिकता है। अयोध्या को वर्ल्ड क्लास सिटी बनाने का कार्य समयबद्ध और गुणवत्तापरक ढंग से आगे बढ़ाया जाए।
मुख्यमंत्री ने अयोध्या को ‘ईको फ्रेंडली सोलर सिटी’ के रूप में विकसित करने पर बल दिया है। अयोध्या धाम के विकास में इसके सांस्कृतिक महत्व के साथ ही श्रद्धालुओं की सुविधाओं को ध्यान में रखा जाना चाहिए। निर्माणाधीन कुमारगंज चिकित्सालय, देवगांव चिकित्सालय तथा राजर्षि दशरथ मेडिकल कॉलेज के निर्माण कार्यों को पूरी गुणवत्ता के साथ 31 मार्च, 2021 तक पूर्ण करने के निर्देश दिए हैं।
100 साल से ज्यादा पुराने वृक्ष धरोहर:
आगे मुख्यमंत्री ने कहा कि रामायण कालीन वनस्पतियों को संरक्षित और प्रोत्साहित किया जाए। वन विभाग एवं उद्यान विभाग बेहतर समन्वय करके 84 कोसी, 14 कोसी तथा पंचकोसी परिक्रमा मार्गों पर इनका पौधरोपण करें। 100 साल से अधिक पुराने वृक्षों को चिन्हित कर धरोहर घोषित किया जाए।
हवाईअड्डा का काम जल्द:
CM ने परिक्रमा मार्गों पर श्रद्धालुओं को समस्त सुविधाएं देने के निर्देश के साथ ही कहा है कि मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम हवाई अड्डे के शीघ्र संचालन हेतु केन्द्रीय नागर विमानन मंत्रालय से समन्वय स्थापित करते हुए सभी कार्यवाहियां सुनिश्चित कराई जाएं।