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CAB पे हिंसा के बीच NIA द्वारा RTI एक्टिविस्ट गिरफ्तार, असम की आज़ादी की करता था माँग

दिसपुर (असम) : जाँच एजेंसी NIA नें हिंसा भड़काने के आरोप में RTI एक्टिविस्ट को गिरफ़्तार किया है जोकि असम को अलग देश बनाने की घोषणाएं करता था।

CAB, नागरिकता संशोधन बिल पास होने के बाद पूर्वोत्तर राज्यों से इसके ख़िलाफ़ आवाजें आने लगी। धीरे धीरे ये आवाजें हिंसक होती चली गईं। ख़ासकर असम में स्थिति और खतरनाक हो गई, मुख्यमंत्री सहित सरकार के मंत्रियों, नेताओं के घरों में पत्थरबाजी की जाने लगी, बसों, गाड़ियों को आग के हवाले किया जाने लगा।

लेकिन एक प्रश्न ये भी था कि आम लोगों का विरोध इतना हिंसक क्यों हुआ क्या इसमें कुछ अनचाही ताक़तों का भी हाथ था। देश की सुरक्षा एजेंसियां लगातार असम में इसका मुआयना कर रही थीं। इसी बीच NIA की टीम नें RTI एक्टिविस्ट अखिल गगोई को CAB के ख़िलाफ़ राज्य में हिंसा भड़काने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।

Pic Representational, Activist Akhil Gagoi

समाचार एजेंसी PTI से अधिकारियों ने कहा कि RTI कार्यकर्ता और किसान नेता अखिल गोगोई को गुरुवार को असम के जोरहाट जिले में एक सुरक्षात्मक उपाय के रूप में गिरफ्तार किया गया।


जोरहाट प्रशासन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने पीटीआई को बताया कि गोगोई को उनके समर्थकों द्वारा जिले के किसी भी “अप्रिय घटना” से बचने के लिए हिरासत में लिया गया था। कृषक मुक्ति संग्राम समिति (KMSS) के सलाहकार गोगोई ने इससे पहले दिन में जोरहाट के उपायुक्त कार्यालय के बाहर धरना दिया था।

हालांकि इस RTI कार्यकर्ता अखिल गगोई को पहले भी राज्य में अराजकता फैलाने के आरोप में राष्ट्रीय सुरक्षा कानून NSA के तहत जेल में डाल दिया गया था।

वहीं अखिल पर इससे भी गम्भीर आरोप लग चुके हैं जिसमें असम को अलग देश की माँग करना भी शामिल है। हालांकि अलग देश बनाने वाली ख़बर भारतीय मीडिया में नहीं मिली लेकिन चौकाने वाली बात है कि पाकिस्तानी मीडिया में अखिल छाया रहता है, रेडियो पाकिस्तान नें ऐसी ही एक खबर जनवरी 2019 में छापी थी।

RTI Activist Akhil Gagoi, Assam

रेडियो पाकिस्तान में छपी उस रिपोर्ट के अनुसार अखिल नें विरोध रैली में कहा था कि असम के लोग स्वतंत्रता का विकल्प चुन सकते हैं यदि उनके प्रति उचित सम्मान नहीं दिखाया जाता है और नागरिकता संशोधन विधेयक, CAB पारित किया जाता है।

इसके बाद अखिल नें देश से सीधे तौर पर बंटवारा कर लेने की घोषणा कर डाली थी। अखिल का कहना था कि “ये स्पष्ट करना चाहते हैं कि यदि आवश्यकता और स्थिति उत्पन्न होती है, तो असमी लोग भारत से आज़ादी लेने के लिए तैयार हैं।

हालांकि अब असम में इस नेता को जांच एजेंसी NIA नें गिरफ्तार कर लिया है। रिपोर्ट के मुताबिक असम में अब जिंदगी सामान्य हो रही है, विरोध प्रदर्शन भी कम हो गए हैं।

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