UP: दोस्त राजेंद्र न खोल दे जुर्म के राज तो आरोपी सलामत अंसारी ने जंगल में बुलाकर मारा चाकू, हुआ गिरफ्तार
महराजगंज: उत्तर प्रदेश के महाराजगंज में थाना कोतवाली पुलिस ने चोरी व गोरखपुर में हत्या सहित लूट की घटना में वांछित 25,000 रुपये के ईनामिया अभियुक्त को गिरफ्तार किया है।
पुलिस ने पिछले दिनों एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि उन्हें मुखबिर से सूचना मिली कि थाना कोतवाली का वांछित और पुरस्कार घोषित अपराधी बीलिया राजा मोड़ निचलौल रोड नहर के पास खड़ा है तथा नेपाल भागने के लिए बस का इंतजार कर रहा है।
सूचना पर एक पुलिस टीम मुखबिर को साथ लेकर मुखबिर की निशानदेही पर अभियुक्त को दबिश देकर घेर कर गिरफ्तार कर लिया गया। पकड़े गए व्यक्ति से नाम व पता पूछने पर उसने अपना नाम व पता सलामत अंसारी उर्फ कल्लू पुत्र संमतुल्लाह अंसारी बताया तथा उसकी तलाशी से अभियुक्त के पास से एक अवैध 315 बोर तमंचा, एक 315 बोर जिंदा कारतूस व 02 मोबाइल व 1160 रुपये बरामद हुआ।
30 वर्षीय अभियुक्त सलामत अंसारी बभनौली थाना पनियरा जनपद महराजगंज का रहने वाला है।
पुलिस द्वारा पूछताछ करने पर अभियुक्त ने बताया कि उसका एक गिरोह है जो वाहन चोरी / लूट / छिनैती आदि कई प्रकार अपराध करता है। वह गिरोह का मुखिया है। गाड़ियों को चुराकर वे लोग जंगल में ले जाकर छुपा देते हैं तथा ग्राहक देखकर नेपाल में बेच देते हैं। गाड़ियों को चुराने के लिए उनकी एक अपाचे है जिससे वो रेकी करते हैं।
पूछताछ के दौरान अभियुक्त द्वारा यह भी बताया गया कि वो और उसके 6 दोस्तों ने मिलकर जुलाई 2021 में 11 से 12 बजे रात के लगभग पोखरभिंडा से भटहट बैलो मार्ग पर स्कूल के पास सुनसान स्थान पर एक स्कूटी सवार व्यक्ति से उसकी स्कूटी लूटे थे।
लूट के दौरान उन लोगों ने स्कूटी चालक को रोड पर रोका स्कूटी लेने का प्रयास किया तो उसने देने से मना कर दिया जिससे उसने उसके सिर पर लोहे की रॉड से मार दिया था और वह जमीन पर गिर गया था। वो लोग उसकी स्कूटी मोबाइल और पैसा लेकर भाग गए। बाद में जानकारी हुई कि स्कूटी सवार मर गया है और पुलिस तलाश कर रही है।
पुलिस के डर से वो इधर उधर छुप कर भागता रहता था कि उसे मालूम चला कि उसके गांव के दोस्त राजेंद्र साहिनी उसके कई राज जान गया है और कहीं ये राज खोल न दे इसी डर की वजह से उसने दोस्त राजेंद्र को बभनौली जंगल में बुलाकर उसे जान से मारने के इरादे से चाकू मार दिया था। हालांकि वो इस काम में सफल नहीं हुआ और दोस्त बच गया।
जानकारी के मुताबिक इसी मामले की वजह से वह पनियरा पुलिस की राडार पर था और पुलिस उसे ढूंढ रही थी।
अभियुक्त ने यह भी कबूला है कि उसने जुर्म किया है। अभियुक्त को थाना कोतवाली पर पंजीकृत एक मुकदमे व शस्त्र अधिनियम के तहत अभियोग पंजीकृत कर विधिक कार्यवाही करते हुए चालान कर न्यायालय में पेश किया गया। यहां से उसे जेल भेज दिया गया है।