‘मांस फेंकते हैं, लड़कियां छेड़ते हैं’, मोरादाबाद में 81 हिंदू परिवारों ने लगाए पलायन के पोस्टर
मुरादाबाद: उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद की एक पॉश कॉलोनी में रहने वाले 81 परिवारों ने अपने घरों में एक साथ पलायन के पोस्टर लगाए है।
जिले के लाजपतनगर की शिव विहार कॉलोनी के रहने वाले परिवारों का आरोप है कि मुस्लिम लोगों ने उनका रहना मुश्किल कर दिया है। पॉश कॉलोनी होने के बाद भी मुस्लिम उनके घरों के सामने गंदगी और मांस फेंककर उन्हें भगाने की कोशिश कर रहे हैं, लड़कियां छेड़ते हैं। जिससे परेशान होकर कॉलोनी के लोगों ने सामूहिक रूप से अपने घरों के बाहर ‘मकान बिकाऊ है’ के पोस्टर लगा दिए हैं।
शिव बिहार कॉलोनी के मुख्य द्वार पर बड़े-बड़े बैनर लगे हैं जिन पर साफ शब्दों में लिखा हुआ है कि कॉलोनी के लोग सामूहिक रूप से पलायन कर रहे हैं। कॉलोनी में रहने वाले लोगों ने आरोप लगाया है कि कॉलोनी के दोनों मुख्य द्वार पर बने मकानों को मुस्लिम समुदाय के व्यक्तियों द्वारा 3 गुना अधिक कीमत देकर खरीद लिया गया है। अब वे लोग उन्हें कॉलोनी से भगाने की साजिश रच रहे हैं। उनके घरों के सामने गंदगी फेंककर परेशान किया जा रहा है। पीड़ितों ने आरोप लगाया है कि बकरीद के मौके पर भी इसी तरह की साजिश रची गई थी।
मकानों के महंगे दामों पर खरीदे जाने पर भी कॉलोनी के लोगों का आरोप है कि 50 लाख का मकान 3 करोड़ में ख़रीदा गया है। सरकार जांच करे कि आख़िर इनके पास इतना पैसा कहां से आ रहा है। कॉलोनी के लोगों ने सरकार और जिला प्रशासन से दूसरे समुदाय के व्यक्ति द्वारा खरीदे गए मकान की रजिस्ट्री रद्द करने की मांग की है।
कॉलोनी के लोगों का कहना है कि वे शाकाहारी खाना खाते हैं, और साफ़-सफाई से रहते हैं। दूसरे समुदाय के लोग माँसाहारी हैं, वे गन्दगी फैलाकर और मांस फेंककर उन्हें परेशान करते है। जिस कारण से कॉलोनी के लोग सामूहिक रूप से पलायन करना चाहते हैं। कॉलोनी में रहने वाले लोगों ने विशेष समुदाय के व्यक्ति द्वारा खरीदे गए मकान की रजिस्ट्री रद्द कराने की मांग की हैं।