‘मन की बात’ कार्यक्रम से 4 सालों में हुई ₹21 करोड़ की कमाई, राज्यसभा में सरकार का जवाब
नई दिल्ली: राज्यसभा में लिखित जवाब में सरकार ने बताया है कि मन की बात कार्यक्रम वर्ष 2020 में 14.3 करोड लोगों को सुलभ हुआ है।
राज्यसभा सांसद राकेश सिन्हा द्वारा सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘मन की बात’ कार्यक्रम पर सवाल पूछे गए थे। यह सवाल ‘मन की बात’ कार्यक्रम से रेडियो की लोकप्रियता में वृद्धि और इसके पुनरोद्धार, मंत्रालय द्वारा बढ़ी हुई पहुँच का पता लगाने के लिए सर्वेक्षण, इसकी पहुँच और कार्यक्रमों में सुधार हेतु उठाए गए कदम, वर्ष 2017-18, 2018-19, 2019-20, 2020-21 में अर्जित राजस्व और समाचारों और दृश्य के माध्यम से इसे श्रोताओं के लिए अनुकूल बनाने के उठाए गए कदम से जुड़े थे।
जवाब में सूचना और प्रसारण और युवा कार्यक्रम और खेल मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने बताया कि ‘मन की बात रेडियो के माध्यम से देशभर की जनता तक पहुंचने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की एक अनूठी पहल है। ‘मन की बात’ भारत का पहला देखा जाने वाला परिपूर्ण रेडियो कार्यक्रम है जो टेलीविजन चैनलों द्वारा एक साथ प्रसारित किया जाता है।
34 दूरदर्शन चैनल और लगभग 91 प्राइवेट सैटेलाइट टीवी चैनल पूरे भारतवर्ष में इस रेडियो कार्यक्रम का प्रसारण करते हैं और इसके दर्शकों की संख्या 11.8 करोड़ है और यह वर्ष 2020 में 14.3 करोड लोगों को सुलभ है। इससे परंपरागत रेडियो में फिर से रूचि और जागरूकता उत्पन्न हुई है। प्रसार भारती ने 51 भाषाओं / बोलियों में मन की बात का अनुवाद और पुनः प्रसारण शुरू किया है।
इसके अलावा, मन की बात के दौरान उठाए गए मुद्दों से संबंधित जानकारी अद्यतन करने के लिए एक समर्पित सोशल मीडिया हैंडल “मन की बात अपडेट्स” बनाया गया है। इसके अलावा , विभिन्न भाषाओं में मन की बात के सभी एपिसोडों को देखने के लिए एक समर्पित यूट्यूब चैनल बनाया गया है। आज की तारीख तक, ट्विटर हैंडल के 100,723 फालोअर्स हैं। इसके अतिरिक्त आज की तारीख तक ‘मन की बात’ के संवर्धन हेतु लगभग 28,000 ट्विट्स किए गए हैं।
विभिन्न वर्षों में अर्जित राजस्व निम्नानुसार है:
वर्ष राजस्व (रुपए में)
2017-18 10,64,27,300 /
2018-19 7,47,00,000 /
2019-20 2,56,00,000 /
2020-21 1,02,00,000 /