दलित महिला ने प्रधान को छेड़छाड़ के आरोप से बचाने के लिए बनवाया उत्पीड़न का फर्जी वीडियो
आजमगढ़: उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जिले में रौनापुर थाना के अन्तर्गत आने वाले ग्राम पलिया के प्रधान अपने साथियों संग बाजार आती जाती लड़कियों के साथ छेड़छाड़ कर रहा था। जिस पर लिट्टन विश्वास नाम के व्यक्ति ने ग्राम प्रधान मुन्ना पासवान का विरोध किया। लिट्टन ने ग्राम प्रधान एवं उसके साथियों की वीडियो बनाने की भी कोशिश की। जिसके बाद ग्राम प्रधान एवं उसके साथियों ने लिट्टन विश्वास की लाठी डंडों एवं लात घूंसो से बुरी तरह पिटाई कर दी। जिससे वह मौके पर बेहोश हो गया।
जिसके संबंध में थाना रौनापार पर मुन्ना पासवान एवं उसके अन्य 11 नामजद साथियों के विरूद्ध अभियोग पंजीकृत किया गया। मारपीट की सूचना मिलने पर थाना रौनापुर के हेड कांस्टेबल मुखराज यादव व हेड कांस्टेबल विवेक त्रिपाठी मौके पर पहुंचे तो उनसे मुन्ना पासवान व उनके ने मारपीट की। इतना ही नहीं ग्राम प्रधान ने हेड कांस्टेबल की वर्दी भी फाड़ दी।
मारपीट के दौरान हेड कांस्टेबल विवेक त्रिपाठी के सिर में गंभीर चोटे अाई। चोट इतनी गंभीर थी कि हेड कांस्टेबल विवेक की जान बचाने के लिए उनके सिर का ऑपरेशन कराया गया। फिरहाल स्थिर अवस्था में उनका उपचार चल रहा है।
अब जब मामले में पुलिस गिरफ्तारी के प्रयास कर रही है तो आरोपी फरार हैं। गिरफ्तारी से बचने के लिए आरोपी महिलाओं को आगे कर धरना प्रदर्शन करवा रहे हैं एवं पुलिस पर गंभीर आरोप लगा रहे हैं।
जिससे संबंधित सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें कुछ महिलाएं पुलिस पर गंभीर आरोप लगा रही है। मीडिया को बयान देते हुए महिला ने कहा कि, “जिस सीओ ने मुझे पकड़ा था उसने कहा कि हम जो चाह रहे थे वो रात में नहीं मिला इसलिए दिन में आए है।” इतना ही नहीं महिला ने सीओ पर आगे आरोप लगाया कि, “उन्होंने कहा छोटी जाति की औरतें मजे लेने के लिए होती हैं। बताइए छोटी जाति की औरत मजा लेने के लिए होती है? उनकी कोई इज्जत नहीं होती है। तुम वर्दी पहने हो रात में मजा लेने आते हो महिलाओं के साथ?”
वीडियो को ट्वीट करते हुए समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता ने लिखा कि, छोटी जाति की औरतें मजा लेने के लिए होती हैं? आजमगढ़ के सगड़ी में पुलिस का घिनौना रूप! धिक्कार है योगी की ठोक दो पुलिस पर”
दूसरी तरफ आजमगढ़ पुलिस ने महिला द्वारा लगाए जा रहे तमाम आरोपों को निराधार बताया। पुलिस ने कहा कि बाजार आती जाती महिलाओं के साथ छेड़छाड़ करने वाले और पुलिस की पिटाई करने वाले आरोपियों को गिरफ्तारी से बचाने और दबाव बनाने के लिए महिला झूठे आरोप लगा रही है।