किसान नेताओं ने भ्रामक वीडियो जारी कर आत्महत्या साबित करने की कोशिश की, मुख्य आरोपी ने कबूला अपना ज़ुर्म
हरियाणा: टिकरी बॉर्डर पर 42 वर्षीय मुकेश शर्मा को जिंदा जलाए जाने के एक दिन बाद मुख्य आरोपी कृष्णा ने अपना जुर्म कबूल लिया है।
कृष्णा और उनके दो साथी प्रदर्शनकारियों के साथ मुकेश शर्मा की कहासुनी हुई थी, जिसके बाद उन्होंने मुकेश को आग लगाकर जिंदा जला दिया था।
पुलिस की पूछताछ में खुलासा हुआ है कि कृष्णा पिछले दस दिनों से टिकरी बॉर्डर पर रुका हुआ था। मृतक के परिजनों और गांव वालों ने आरोप लगाया था कि, आरोपियों ने मुकेश की हत्या की है क्योंकि वे लोग आंदोलन में ब्राह्मण समुदाय कि कम भागीदारी से नाराज थे।
जबकि किसान एकता मोर्चा ने एक वीडियो जारी किया है जिसमें मृतक व्यक्ति अपने ऊपर स्वयं पेट्रोल डालने की बात कह रहा है। वीडियो में मुकेश को यह कहते हुए सुना जा सकता है की उसने पारिवारिक विवादों के चलते आत्महत्या करने की कोशिश की है। हालांकि हमारी पड़ताल में हमें यह वीडियो भ्रामक और झूठा लगा।
मुकेश की पत्नी और मां ने वीडियो में मुकेश की आवाज ना होने का दावा किया है। परिवार के दोनों सदस्यों ने दावा किया है कि उनके बीच में कोई भी पारिवारिक विवाद नहीं चल रहा था। साथ ही गांव के सरपंच टोनी कुमार ने भी वीडियो को झूठा और गुमराह करने वाला बताया। टोनी कुमार ने हमारी टीम से बताया कि, “वे घटनास्थल पर सबसे पहले पहुंचने वाले व्यक्तियों में से थे। उस स्थान पर चारों तरफ लाईट लगी हुई है जबकि वीडियो में चारो तरफ अंधेरा दिखाई दे रहा है और वीडियो में आवाज भी मुकेश की नहीं है।”
आगे उन्होंने बताया कि, “उन्हें पहले से कैसे पता चल गया था कि उन पर आरोप लगने वाला है? वीडियो बनाने का उद्देश्य आरोपियों को बचाने और हत्या को आत्महत्या दिखाना था।” पुलिस सूत्रों ने भी वीडियो की प्रामाणिकता की पुष्टि नहीं की है।