राजपूत परिवार की जमीन पर जबरन बना रहे थे छप्पर, मना करने पर गैर मौजूद लोगों समेत 9 पर लगाया SC/ST एक्ट
सुल्तानपुर: उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर जिले में राजपूत की जमीन पर जबरदस्ती कब्जा कर छप्पर बनाने और मना करने पर एससी एसटी एक्ट लगाने का मामला संज्ञान में आया है।
जिले के प्रतापपुर कमैचा ब्लाक के अंतर्गत आने वाले गांव फुटेला में दलित परिवार द्वारा राजपूत की जमीन पर अवैध कब्जा कर छप्पर बनाया जा रहा था। जब राजपूत परिवार ने इसका विरोध किया तो उल्टा राजपूत परिवार के 9 लोगो पर एससी एसटी एक्ट तहत मुकदमा दर्ज करा दिया गया।
चांदा थाना के अंतर्गत आने वाले गांव फुटेला निवासी सुदामा देवी पत्नी स्व. रघुनाथ सरोज (पासी) के बेटे सदानंद,परमानंद और नित्यानंद 7 मई को खरगीपुर निवासी ओमप्रकाश सिंह पुत्र रामबहादुर सिंह के जमीन पर जबरदस्ती कब्जा कर छप्पर उठा रहे थे। जब ओमप्रकाश सिंह ने दलित परिवार से छप्पर उठाने से मना किया तो खुद छप्पर नीचे गिरा दिया और धमकी देते हुए बोले कि तुम हमें जानते नही हो एससी एसटी एक्ट में फंसा दूंगा तब समझ में आयेगा।
पहले भी कई राजपूतों पर लगा चुके एट्रोसिटी एक्ट
पहले भी कई राजपूत लोगो को झूठा आरोप लगा एससी एसटी एक्ट में फंसा चुका है दलित परिवार। अब ओमप्रकाश सिंह के परिवार के 9 लोगो इंद्रसेन सिंह पुत्र रामनायक सिंह, ओमप्रकाश, जयप्रकाश, और धनंजय पुत्र रामबहादुर सिंह, अनुपम, अंकित पुत्र ओमप्रकाश सिंह, प्रवीण पुत्र सत्यपाल और आदित्य पुत्र इंद्रसेन पर झूठा मारपीट और छेड़खानी का आरोप लगा एससी एसटी एक्ट दर्ज कराया।
पक्की पैमाईश के बाद भी दलित परिवार ने किया अवैध कब्जा, एससी एसटी एक्ट को हथियार बना करते हैं दबंगई:
सन 2018 में राजस्व विभाग के अधिकारियों द्वारा एसडीएम के संज्ञान में हुई पक्की पैमाईश को भी मानने से इंकार कर रहा है दलित परिवार और ओमप्रकाश सिंह की ज़मीन पर अवैध कब्जा जमा रखा है। जब ओमप्रकाश सिंह और उनके परिवार ने अपनी जमीन पर छप्पर उठाने से मना किया तो दलित परिवार ने उल्टा ओमप्रकाश पर ही झूठा मारपीट और छेड़खानी का आरोप लगा एससी एसटी में मुकदमा दर्ज करा दिया।
विवाद के दिन मौके पर अनुपस्थित युवकों को भी फर्जी एससी एसटी एक्ट में फंसाया:
दलित परिवार ने अपने घर की महिलाओं को मोहरा बनाते हुए वहा विवाद के दिन अनुपस्थित राजपूत युवकों पर भी मारपीट और छेड़खानी का आरोप एससी एसटी में में झूठा मुकदमा दर्ज करा दिया। जिनमे इंद्रसेन पुत्र रामबहादुर उस दिन कहीं और थे, आदित्य पुत्र इंद्रसेन लखनऊ में था जबकि अंकित पुत्र ओमप्रकाश सिंह कही बारात में गया था। फिलहाल सीओ केस की जांच कर रहे हैं और दोनो तरफ से एफ आई आर दर्ज कर ली गई है।