बनारस में त्रिपुंडधारी बटुकों ने धोती कुर्ता पहन खेला क्रिकेट, संस्कृत में गूंजी मधुर कमेंट्री
बनारस: उधर IPL 2021 के लिए नीलामी का दौर जारी है तो दूसरी ओर आजकल बनारस का एक टूर्नामेंट चर्चा का विषय बना हुआ है।
दरअसल, रिपोर्ट है कि संस्कृत के संवर्धन के लिए समर्पित दशाश्वमेध स्थित श्री शास्त्रार्थ महाविद्यालय के 77वें स्थापनोत्सव पर आयोजित इस अद्भुत व अनूठी क्रिकेट प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसमें सभी बटुक खिलाड़ी अपने परंपरिक गणवेश धोती व कुर्ता में टीका-त्रिपुण्ड लगाकर मैदान पर क्रिकेट खेलने उतरे। जहां दर्शकों व खिलाड़ियों में जबरदस्त उत्साह व खुशी थी।
इस मैच के दौरान निर्णायक भी अलग नजर आते हैं। अम्पायर भगवा धोती, दुपट्टा व रुद्राक्ष की माला धारण किए हुए थे। लंबी चुटियाधारी संस्कृत के बटुक मैदान में भी आपस में संस्कृत में ही बात करते थे।
बनारस के क्रिकेट मैच में सिर पर लम्बी चोटी, माथे पर त्रिपुण्ड और धोती धारण किये खिलाड़ी ज़ब मैदान में उतरते है तो हर कोई हैरान रह जाता है। यही नहीं मैच के दौरान संस्कृत में होने वाली कमेंट्री सुनकर दर्शक गदगद हो जाते हैं।
मैच का उद्घाटन शास्त्रार्थ महाविद्यालय के प्राचार्य व संयोजक डा.गणेश दत्त शास्त्री ने बटुक खिलाड़ियों से परिचय प्राप्त कर किया। इस अवसर पर क्रिकेट प्रतियोगिता के संयोजक शास्त्रार्थ महाविद्यालय के राष्ट्रपति पुरस्कृत प्राचार्य डा.गणेश दत्त शास्त्री ने कहा कि प्रतिवर्ष स्थापनोत्सव पर यह प्रतियोगिता छात्रों के उत्साहवर्धनार्थ किया जाता है।
आचार्य विकास दीक्षित व डा.राघवशरण मिश्र ने भी बीच-बीच में संस्कृत में कमेंट्री की। कुछ क्षण अंग्रेजी में कमेंट्री डा.अशोक पांडेय ने की।
भोपाल में भी हुआ ऐसा टूर्नामेंट:
हालांकि बनारस से पहले मध्यप्रदेश के भोपाल में 9 जनवरी से महर्षि महेश योगी जन्मोत्सव के उपलक्ष्य में तीन दिनों की क्रिकेट प्रतियोगिता आयोजित की गई। वो अनूठा मैच शनिवार को भोपाल के अंकुर स्टेडियम में खेला गया, जब महर्षि महर्षि योगी की 104 वीं जयंती मनाने के लिए महर्षि कप टूर्नामेंट में पुजारियों ने बैट और बॉल लिया।
प्रतियोगिता आयोजन में शामिल महर्षि वैदिक परिवार के अध्यक्ष पण्डित कपिल शर्मा ने बताया था कि सभी खिलाड़ी वैदिक विद्वान हैं कोई वेदाचार्य है कोई प्रकांड पंडित है। गुरुकुल से विद्या अध्ययन कर ये विद्वान क्रिकेट में हिस्सा ले रहे हैं। पूरी दुनिया कोरोना में मानसिक तनाव में थी तो लोगों में फिर से ऊर्जावान व स्फूर्ति लाने के लिए इस टूर्नामेंट का आयोजन किया गया।