छेड़छाड़ का विरोध करने पर रोहित वाल्मीकि गैंग ने लड़की सहित पुरे परिवार को सरिया रॉड से पीट किया अधमरा, रेप की दी धमकी
गाज़ियाबाद: सूबे में रहने वाली लड़कियों को आये दिन रेप की धमकिया मिलना मानो आम हो गया है। ऐसे ही प्रकरण में गाज़ियाबाद के विजय नगर थाना क्षेत्र में एक नाबालिग लड़की व उसके परिवार को सिर्फ इसलिए रॉड व सरिये से बुरी तरह लहूलुहान कर दिया गया क्यूंकि उन्होंने लड़की को सरेआम छेड़े जाने का विरोध कर दिया था।
घटना 9 अक्टूबर की है जहां विजय नगर स्थित आवास विकास वृन्दावन सोसाइटी में रहने वाली संगम भदौरिया दूकान पर रात करीब 9 30 बजे अपने पिता जी के कहने पर नमकीन लेने गयी थी। जहां उसे रोहित वाल्मीकि व उसके तीन अन्य साथी रोहित, पिनकी व ऋषब ने रास्ते में रोक लिया।
रोहित ने पहले तो रात में लड़की को अकेला देख उसपर बेहद ही अश्लील फब्तियां कसते हुए उसका मोबाइल नंबर माँगा जिसके बाद रात में उसके साथ गलत कार्य करने के गलत नियत से उसे चुना चाहा। जिसको देख लड़की डर गयी व वहां से भागने लगी। जिसके बाद रोहित वाल्मीकि ने अपने दोस्त संग मिलकर लड़की को मौके पर घेर लिया व लड़की को उसकी चुन्नी से पकड़ उसको अपनी ओर खींचने लगे। रोहित वाल्मीकि ने इस दौरान लड़की से छेड़छाड़ भी करी व रेप करने की धमकी भी देने लगा। वहीं मौका पा लड़की रोते हुए अपने घर भाग गयी व पूरी आपबीती घरवालों को घर पहुंच बताई।
लड़की के साथ हुए कृत्य से गुस्सा हुए उसके पिता मौके पर पहुंचे तो रोहित वालमीकि व उसके अन्य साथियो ने उनको ही उल्टा धमकाना शुरू कर दिया। परिजनों के अनुसार रोहित ने उन्हें जान से मारने व बेटी के साथ दुष्कर्म करने की धमकिया भी दी। जिसके बाद चारो युवको ने रॉड, सरिये व धारधार हथियारों से पिता रतिभान सिंह पर हमला बोल दिया जिससे उनका पूरा सर फट गया व छाती पर भी गंभीर चोटे आई।
मौके की जानकारी मिलने पर घटना स्थल पर लड़की, लड़की के जीजा व भाई भी पहुंचे जिन्हे भी आरोपियों द्वारा बुरी तरह पीटा गया।
वहीं मौके पर जुटी भीड़ को देख सभी आरोपी फरार हो गए। आरोपियों द्वारा बुरी तरह अंजाम दिए गए इस हमले में लड़की पूरी तरह से लहूलुहान हो गयी। जिनको आनन फानन में पास के अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां सभी लोगो को करीब 10 से 15 टाँके आये।
परिजनों का आरोप पुलिस आरोपियों को बचा रही है
परिजनों ने आरोप लगाया है कि SSP व थानेदार आरोपियों को बचाने में जुटे है व इसे पड़ोसियों के आपसी झगडे के तौर पर बताने का प्रयास रही है। जबकी मामला पोक्सो एक्ट व जान से मारने के प्रयास से जुड़ा हुआ है। दलित समाज से आने के कारण भी पुलिस द्वारा मामले को छोटा दिखा कर बताया जा रहा है जबकि आरोपियों द्वारा की गयी बर्बरता अपने आप में सभ्य समाज के लिए किसी धब्बे से कम नहीं है। आपको बता दें कि पुलिस ने इतने बर्बर हमले के बावजूद IPC 323 504 व 506 जैसी हल्की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है। जिससे आरोपियों के जल्द छूटने व उनके द्वारा किसी बड़ी घटना के अंजाम देने से परिजन खौफजदा है।
पीड़ित पलायन करने की कर रहा है बात
पुलिस द्वारा ठोस कार्यवाई न करने व अपनी बच्ची की सुरक्षा को लेकर परेशान पीड़ित परिवार घर बेचकर जाने की बाते कर रहा है। परिजनों के अनुसार अगर आरोपी जल्द छूट कर आते है तो वह उनकी बेटी के साथ किसी बड़ी घटना को अंजाम दें सकते है। उन्होंने पुलिस के द्वारा आरोपियों के साथ मिले होने के भी आरोप लगाए है। ऐसे में पुलिस से मदद न मिलते देख डरा सहमा परिवार पलायन को मजबूर हो गया है।
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