सोशल डब्बा

डोमिसाइल लॉ के विरोध में कश्मीरी उद्योगपति नें दी धमकी- ‘गैर कश्मीरी, कश्मीर खाली करो, अब करो या मरो’

जम्मू कश्मीर : नए निवासी कानून के बाद कश्मीरी उद्योगपति मुबीन अहमद ने गैर कश्मीरियों को धमकी दी है।

हाल में केंद्र की मोदी सरकार के पहल से जम्मू कश्मीर में नया डोमेसाइल लॉ आया था। और इसी कानून के तहत अब धारा 370 हटने के बाद एक IAS अधिकारी नवीन चौधरी को पहली बार किसी बाहरी नागरिक के तौर पर जम्मू कश्मीर का निवास प्रमाण पत्र मिला है।

हालांकि इस खबर से मलेशिया में रह रहे कश्मीरी अलगाववादी बिजनेस मैन मुबीन अहमद शाह को चुभ गई और उसने सोशल मीडिया पर कश्मीरी युवाओं को भड़काने वाला बयान दे डाला।

मुबीन नें आज एक फेसबुक पोस्ट लिखी जिसमें उसने उन लोगों को धमकी दी है जोकि कश्मीर के बाहर के लोग हैं।

गौरतलब है कि कृषि विभाग के कमिश्नर सेक्रेटरी नवीन चौधरी जम्मू-कश्मीर के स्थायी निवासी बने हैं।वो राज्य में स्थायी निवास प्रमाण पत्र पाने वाले पहले आईएएस अफसर होंगे। नवीन चौधरी बिहार के दरभंगा जिले के रहने वाले हैं आईएएस नवीन चौधरी, लंबे समय से जम्मू-कश्मीर में ही कार्यरत हैं।

इस खबर से कश्मीरी उद्योगपति मुबीन भड़क उठा उसने कहा कि “कश्मीर के सभी गाँव / मुहल्ले / नगर समितियाँ एक साथ आयें और सुनिश्चित करें कि उनके क्षेत्रों में एक भी गैर-स्थानीय जीवन न हो। उन्हें सभी गैर-कश्मीरियों को कश्मीर खाली करने और छोड़ने के लिए कहना चाहिए। प्रत्येक और प्रत्येक स्थानीय समिति को अपना हिस्सा करना चाहिए। इन सभी समितियों को लोगों को स्पष्ट निर्देश देना चाहिए कि जो कोई भी गैर-स्थानीय लोगों को जगह देने की कोशिश करेगा, उसका सामाजिक बहिष्कार किया जाएगा और जो कोई भी गैर-कश्मीरी को जमीन बेचने की कोशिश करेगा, उसका सामाजिक बहिष्कार किया जाएगा और साथ ही क्षेत्र से बेदखल कर दिया जाएगा। इन समितियों को यह भी स्पष्ट करना चाहिए कि किसी भी गैर-कश्मीरी को अधिवास देने वाले किसी भी तहसीलदार या किसी भी प्रशासक का सामाजिक बहिष्कार किया जाएगा। इन लोगों के खिलाफ सामाजिक बहिष्कार बहुत सख्त होना चाहिए।”

आगे मुबीन नें कहा कि “उन्हें गाँव / मुहल्ले / कस्बे में प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए और किसी को उनसे या उनके परिवार से बात नहीं करनी चाहिए और न ही उनके साथ किसी तरह का काम करना चाहिए। हमें भारत को कश्मीर के जनसांख्यिकी को बदलने से रोकने के लिए अन्य कुशल उपायों के बारे में सोचना चाहिए। सभी कश्मीरियों के लिए यह बहुत महत्वपूर्ण है कि वे इस महत्वपूर्ण चरण पर एक साथ आएं और सामूहिक रूप से उपनिवेश-उपनिवेशवाद के खिलाफ लड़ें। अभी नहीं तो कभी नहीं। यह करो या मरो। हम सभी को हाथ मिलाना है और अब लड़ना है।”

इस अलगाववादी उद्योगपति मुबीन की सोशल मीडिया पर बयानबाजी के जरिए वो कहना चाहता है कि जो भी कश्मीर के बाहर का आए उसका बहिष्कार करो। यदि कोई अधिकारी निवासी प्रमाण पत्र दे तो उसका भी यही हाल करो। अंत में इस अलगाववादी उद्योगपति नें जिहाद के लिए भी उकसाया है कहा कि ये करो या मरो।

बता दें कि ये लगातार सोशल मीडिया पर कश्मीर की आजादी की आवाजें बुलन्द करने की कोशिश करता है कश्मीर को भारत से अलग बताता है। लेकिन इसकी बातों के मतलब से हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि 80 के दशक में कश्मीरी पंडितों के साथ क्या हुआ।


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Why Shivendra Tiwari is writing this piece?
Shivendra Tiwari is a student of journalism at the University of Delhi. Shivendra comes from a very remote village of Riwa situated in Madhya Pradesh. Shivendra’s knowledge about regional and rural politics defines his excellence over the subject. Apart from FD, he writes for ‘Academics 4 Namo’ and ‘Academics for Nation’ to express the clear picture of right-wing in the rural areas. Moreover, Tiwari Ji is from a science background and had scored more than 95% in his intermediate exams!

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