बस्ती: ब्राह्मण पर पहले किया जानलेवा हमला फिर दी झूठे SC/ST एक्ट में फ़साने की धमकी
बस्ती: योगी के राज उत्तर प्रदेश में ब्राह्मणो पर हमले मानो आम हो गए है। बीते हफ्ते बस्ती में रहने वाले दिलीप उर्फ बब्बू पांडे पर जानलेवा हमला किया गया था। यह हमला उस वक़्त किया गया जब दिलीप पांडेय अपने घर से रात 8 बजे के करीब खाना खाकर वापस दुकान की ओर रुख कर रहे थे।
आरोप है कि तभी आपसी रंजिस में दलित बिरादरी के रामलाल ने अपने साथियो समेत दिलीप पर जानलेवा हमला बोल दिया। हमले में बुरी तरह घायल हुए दिलीप की हालत गंभीर होने पर उन्हें बस्ती से लखनऊ रेफ़र कर दिया गया।
वहीं दिलीप के घरवालों का आरोप है कि वर्तमान में बस्ती जिले में तैनात एसएसपी हेमराज मीणा बहुत ही जातिवादी प्रवत्ति का इंसान है व वह आरोपियों को बचाने का पूर्ण प्रयास कर रहा है।
इतनी गंभीर चोटे आने के बावजूद पुलिस ने सिर्फ एनसीआर दर्ज की है। आपको बता दे कि एनसीआर पुलिस तब दर्ज करती है जब घटना बहुत ही छूट पुट हो जिसे non-cognizable report भी कहा जाता है। तस्वीरो से ही साफ़ है कि दिलीप पर बेहद ही धारधार हथियारों से जानलेवा हमला किया गया है ऐसे में एनसीआर दर्ज करना कही से भी उचित कार्यवाई नहीं दिखाई पड़ती है।
साथ ही आरोप लगाया जा रहा है कि पुलिस प्रशासन का पूरा प्रयास है की पीड़ित पक्ष के ऊपर एससी एसटी एक्ट का मुकदमा दर्ज हो जाए। एससी एसटी के बेजा इस्तेमाल की बढ़ रही वारदातों व आपसी रंजिस को अंजाम देने के लिए हो रहे इस्तेमाल ने इस पुरे एक्ट पर ही प्रश्न चिन्ह खड़े कर दिए है।
क्या था मामला
मिल रही खबरों के अनुसार दिलीप पांडेय ने पिछले लोकसभा चुनाव में भाजपा के प्रत्यासी के पक्ष में खूब प्रचार प्रसार किया था। प्रचार के समय ही इनकी अपने क्षेत्र के दलित युवक रामलाल से नोक झोक हो गई थी।
मन में आपसी रंजिस पाले रामलाल ने लॉक डाउन में मौका पाते हुए रात के समय सपने साथियो के साथ मिलकर दिलीप के ऊपर हमला बोल दिया।
हमले में लहूलुहान हुए दिलीप पांडेय को पहले तो बस्ती में ही भर्ती कराया गया परन्तु हालत गंभीर होने पर उन्हें लखनऊ रेफर करना पड़ा।
जानलेवा हमला झेलने के बावजूद उनकी तहरीर पुलिस सुनने से इंकार कर रही है। दरअसल उनका जुर्म इतना है कि वह उच्च जाति से सम्बन्ध रखते है व उनके पास एससी एसटी एक्ट जैसा काला कानून नहीं है।
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Why Harsh Meena is writing this piece?
Harsh Meena is a student of journalism at the University of Delhi. He reads and writes Dalit politics for exposing the venom spread by the so-called Dalit organizations. Besides, he is known for being vocal about the forceful conversions of the Hindu Dalits. Fun Fact, Dalit organizations hate him for exposing their nexus with Jay Meem!