Spiritual

आंध्र: अब केतू मूर्ति को खंडित किया गया, हफ्ते में चौथी घटना के बाद राज्य हाई अलर्ट में

विजयवाड़ा: आंध्र प्रदेश में विजयनगरम जिले के प्राचीन रामतीर्थधाम मंदिर में भगवान राम की मूर्ति के खंडित होने के बाद आंध्र प्रदेश सरकार ने पूरे राज्य में हाई अलर्ट लगा दिया था।

हालांकि इसके बावजूद बीते रविवार को विजयवाड़ा जिले में ही मूर्तियों को नुकसान पहुंचाने की दो और घटनाएं सामने आईं। विजयवाड़ा बस स्टेशन के पास एक बंद मंदिर के अंदर जहां देवी सीता की मूर्ति क्षतिग्रस्त पाई गई, वहीं केतु की मूर्ति को शहर के बाहरी इलाके वुयुरु में एक शिवालयम में खंडित किया गया।

Vandalism of Ketu Idol (PC: TOI)

पिछले एक सप्ताह में राज्य भर में चार मंदिरों में मूर्तियों के कथित रूप से तोड़-फोड़ की घटनाओं के करीब पहुंच गए हैं। राज्य में पिछले दो वर्षों में लगभग 150 ऐसी घटनाएं हुई हैं। हालांकि, पुलिस को अभी तक यह पता नहीं चल पाया है कि विजयवाड़ा और राज्य में अन्य जगहों पर मूर्तियों को हटाने के पीछे कोई साजिश थी या नहीं।

पिछले साल 28 दिसंबर को रामतीर्थधाम में राम मूर्ति के खंडित होने की घटना ने विपक्ष और सत्तारूढ़ पार्टी के आरोपों का विरोध किया और हमले की अभूतपूर्व घटनाओं के लिए एक-दूसरे को जिम्मेदार ठहराया। इस बीच, भाजपा और जनसेना ने 5 जनवरी को “चलो रामतीर्थम” का आह्वान किया है।

राज्य सरकार ने सभी उपासना स्थलों को जियो-टैग करने का निर्णय लिया है क्योंकि सत्ता पक्ष सरकार को बदनाम करने के लिए हमलों के पीछे एक साजिश देखता है। आगे के हमलों को रोकने के लिए सभी मंदिरों में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। हालांकि इसने पूर्वी गोदावरी जिले के अंतरर्वेदी में रथ को जलाने की सीबीआई जांच की मांग की थी, लेकिन प्रीमियर जांच एजेंसी को अभी तक जांच नहीं करनी है।

पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) डी गौतम सवांग ने सभी जिला इकाइयों को निर्देश दिया कि वे सभी पूजा स्थलों पर मानव और तकनीकी दोनों की निगरानी करें।

इससे सम्बंधित

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button