लॉक डाउन में हुई ख़राब आर्थिक हालत के कारण 24 साल के युवा पंडित ने दी जान, संस्कृत में करी थी MA
आंध्र प्रदेश: आंध्र प्रदेश के पूर्वी गोदावरी जिले में स्थित भीमलापुरम गाँव में एक 24 साल के युवा पुजारी ने आत्महत्या कर ली है। घटना अछाांता मंडल के पास की बताई गयी है। जहां 9 अगस्त को पुजारी पवन कुमार शर्मा ने लॉक डाउन के कारण हुई खस्ता आर्थिक हालातों के कारण गोदावरी नदी में कूद कर मौत को गले लगा लिया। वहीं काफी खोजबीन के बाद उसका शव अगले दिन शाम को बरामद हो सका था।
परिवार में उसके पिता व दिव्यांग माता के साथ 90 साल की उसकी दादी भी रहती थी। परिवार भारी गरीबी से जूझ रहा था। किसी तरह पंडित पवन शर्मा ने संस्कृत में MA की पढाई को पूरा किया कि वह किसी तरह अपने परिवार का पेट पाल लेगा। लेकिन संस्कृत में MA करने के बाद भी उसे नौकरी नहीं मिली।
A 24 yr old poor purohita committed suicide in my district. He held a masters degree in Sanskrit. Feels sad.
Please encourage and educate poor Brahmin kids go for STEM education and leave that profession 🙏🏼
Lt @SaradhiTweets pic.twitter.com/eJ4KgxUpLN
— Dharmics of Chennapatnam (@wtfex) August 12, 2020
वेदो व शाश्त्रो के ज्ञाता रहे पवन बेहद होनहार थे। साथ ही संस्कृत में भी उन्होंने MA बेहद अच्छे अंको के साथ उत्तीर्ण करी थी। जिसके बाद उन्होंने पुरोहित के तौर पर सेवा देनी शुरू कर दी। जिसमे कमाई गयी थोड़ी बहुत रकम से उनके घर का खर्चा चल पाता था।
लेकिन लॉक डाउन के बाद पवन शर्मा को धार्मिक अनुष्ठानो में काम मिलना न के बराबर हो गया। वहीं सरकार की ओर से भी कोई आर्थिक सहायता पंडितो के लिए नहीं करी गयी थी जिससे पवन कुमार की आर्थिक हालत बेहद ख़राब हो गयी।
घर की जिम्मेदारियों व खाने को पैसा न होने के कारण कई दिनों से परेशान चल रहे युवा पुरोहित पवन कुमार शर्मा ने गोदावरी नदी में कूद कर अपनी जान दे दी।
आत्महत्या की खबर मिलने के बाद से माता पिता का रो रोकर बुरा हाल हो गया है। उन्होंने बताया कि पवन शर्मा बेहद मेहनती था व बीते महीनो से काम न मिलने के कारण बेहद तनाव में था। जिसके कारण उसने यह कदम उठा लिया।
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