Covid19- कई हफ्तों घर से दूर, जान हथेली पर, नींदें पूरी नहीं- पढ़िए दिल्ली पुलिस को
नईदिल्ली : आज पूरी दुनिया कोरोना संक्रमण की चपेट में है। देश में केन्द्र और राज्य सरकारें बेहद मुस्तैदी से इस महामारी के खिलाफ लड़ रही है। देश का संर्पूण पुलिसबल भी दिन-रात एक करके सारी व्यवस्थाओं को सुचारू रूप से जारी रखने में पूरा सहयोग कर रहा है। दिल्ली पुलिस भी इस मुहीम में लगी हुई है। लोग कोरोना से सुरक्षा हेतु सारे नियमों का पालन करें, इसका पूरा ख्याल रखा जा रहा है।
इसी को लेकर हमारी सहयोगी आशू शुक्ला @ashu_29shukla ने दिल्ली के मधु विहार थाने के इंस्पेक्टर सी.पी. भारद्वाज से बातचीत की। उन्होंने जानने की कोशिश की है कि प्रदेश में सुरक्षा की क्या तैयारियां हैं और लॉकडाउन को किस तरह से सफल बनाने का प्रयास किया जा रहा है।
सवाल: दिल्ली के हर इलाके, गली और नुक्कड़ पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम हैं। लेकिन सिंगला टी—प्वाइंट थाना मधु विहार एक अलग मिसाल पेश कर रहा है। आप खुद ही इसके बारे में बताइए।
जवाब: पूर्वी दिल्ली के डीसीपी श्री जसमीत सिंह जी के नेतृत्व में पूरे पूर्वी जिले के सभी ट्रैफिक हाल्टिंग पॉइंट्स का सर्वे किया गया है। उसी के तहत ये टी-पॉइंट की बैरिकेडिंग के अरेंजमेंट की व्यवस्था की गयी है। ये बहुत ही महत्वपूर्ण टी-पॉइंट है क्योंकि इससे होकर डिस्ट्रीक्ट बॉर्डर्स की तरफ जाने वाला भी रूट है। तमाम जरूरी मेडिकल फैसिलिटी से लैस जो हॉस्पिटल हैं उसके लिए ये एक ट्रांसिट पॉइंट के रूट का काम करता है चाहे वह एम्स अस्पताल हो या, सफदरजंग अस्पताल। इसीलिए ट्रैफिक की समस्या होने की गुंजाइश न के बराबर हो इसका पूरा ध्यान रखा जाता है। यहां ट्रैफिक का थ्री-टियर अरेंजमेंट किया गया है। इसी के चलते सिविल डिफेंस, ट्रैफिक पुलिस, लोकल पुलिस, पैरामिलिट्री फोर्स की कंबाइंड टीम आपको देखने को मिलेगी। इसी एफएक्टिव अरेंजमेंट के चलते यहां के इंतजाम काफी बेहतर किए गए हैं।
सवाल: लॉक डाउन के चलते इन सभी अरेंजमेंट के लिए आप लोगों को सरकार की तरफ से क्या गाइडलाइंस मिली है?
जवाब: लॉक डाउन के चलते हुए जो भी मेज़र्स इस महामारी को रोकने के लिए दिशानिर्देश जारी किए गए हैं उनको हम यहां पर इंप्लीमेंट करने की कोशिश करते हैं, जिसमे दिल्ली सरकार के द्वारा जारी किये गए अनुमति पासेज लेना मैंडेटरी है लेकिन यह पासेज केवल एसेंशियल सर्विसेज की कैटेगरी में जो भी व्हीकल्स या लोगों को ही दिए जायेंगे, उसमें डॉक्टर, मेडिक्स, बैंकिंग सेक्टर के लोग हैं उनको हम यहां पर चेक करते हैं और उनको हम अनुमति देते हैं। यदि कोई व्यक्ति सभी डॉक्यूमेंट के साथ नही होता, हमारी ट्रैफिक विंग जो हमारे साथ काम कर रही है वो उनके खिलाफ ट्रैफिक नियमों के उल्लंघन के अंतर्गत एक्शन लेते हैं।
सवाल: जनता इस लॉकडाउन के समय में कितना सहयोग कर रही है ?
जवाब: नागरिकों की तरफ से पूर्ण सहयोग मिल रहा है। कुछ ही केस ऐसे आते हैं जहां पर नागरिक नियमों का पालन पूरी तरह से नहीं कर रहे होते। वहां पर हमारी कोशिश यही रहती है कि हम उनको जागरूक करें। उसी समय पर हम उन्हें मास्क और सेनेटाइजर भी देते हैं ताकि वो आगे अपने आस-पास कोरोना को फैलने से रोक सकें।
सवाल: कोरोना महामारी और अपनी ड्यूटी के बीच में आप कैसे कॉर्डिनेट कर रहे हैं क्योंकि यही अभी यही इसका बचावी उपचार है, इसी के साथ आप अपनी सेफ्टी के लिए क्या क्या कर रहे हैं?
जवाब: जिस भी विकल्प को हमारा स्टाफ चेकिंग के लिए अप्रोच करता है, उससे पहले हम यह जरूर ध्यान रखते हैं कि हमारे स्टाफ ने खुद को सैनिटाइज करा हुआ है और साथ ही मास्क लगा रखा है। चेकिंग के दौरान हम जिस भी व्यक्ति से बात करते हैं, उससे एक सोशल डिस्टेंस बनाकर रखते हैं। इसके साथ ही स्टाफ भी आपस में एक प्रॉपर सोशल डिस्टेंस बनाकर रखतें हैं ताकि किसी भी प्रकार की आपत्ति स्टाफ को आपस में या हमारी वजह से किसी और पर ना आए। इन्हीं बचाओ के चलते हम अपनी ड्यूटी को पूरी तरह निभाते हैं।
सवाल: लॉक डाउन के दौरान जनता भी कभी-कभी मानती नहीं है और नियमों का उल्लंघन कर देती है, इस दौरान एफआइआर भी दर्ज होते हैं, इस बारे में आप क्या कहना चाहेंगे?
जवाब: लॉक डाउन में नियमों का उल्लंघन करने पर जो भी हमें लीगल एक्शन लेने की जिम्मेदारी दी गयी है, यदि वो हमारे संज्ञान में आते है, तब हम इस बारे में अपने सीनियर अफसरों को बता कर उन पर कारवाही करतें हैं। जैसे कि थूकना इस समय पूरी तरह वर्जित है, सभी को मास्क पहनना बहुत जरूरी है और कोरोना महामारी को रोकने के लिए जो भी प्रावधान इस समय जरूरी है उन सभी प्रावधानों को हम पूरी तरीके से लोगों पर लागू करते हैं।
सवाल: जिस प्रकार प्रधानमंत्री जी ने जागरूकता की एक मुहिम चलाई है कि जनता किसी न किसी तरीके से जरूरतमंदों की मदद करें और जो हमारे कोरोना वारियर्स है जो सभी का ख्याल रख रहें है उनका भी सहयोग करें तो क्या लोग आपकी भी मदद कर रहें है ?
जवाब: जो भी लोगिस्टिक चीजें है जैसे मास्क, सेनेटाइजर, वो तामाम ड्यूटी पर तैनात जो हमारे कर्मी और सहयोगी हैं उनको विभाग की तरफ से उपलब्ध कराए जा रहे हैं और साथ ही विभिन्न एनजीओ, संस्थाएं और नागरिक भी अपने तौर पर जो भी सहयोग उनसे हो सकता है वह ड्यूटी पर तैनात कर्मियों के लिए अधिक से अधिक सहयोग कर रहे हैं।
【नोट : ये मीडिया हाउस दिल्ली विश्वविद्यालय के मीडिया छात्रों द्वारा चलाया जा रहा है】