‘बलूचिस्तान यदि आजाद हुआ तो सबसे पहले मोदी भाई की मूर्ति लगाई जाएगी’: बलूचिस्तानी नेता
बनारस में चल रहे संस्कृति संसद के दूसरे दिन नायला कादरी ने कहा की अगर भारत सरकार इजाजत दे तो बलूचिस्तान की निर्वासित सरकार का गठन वाराणसी में ही किया जाएगा।
बनारस (UP) : बलोच नेता बोलीं कि आज़ादी मिलते ही पहली मूर्ति मोदी की लगाएंगे ।
दुनिया भर में नाम बटोर चुके प्रधानमंत्री मोदी जी इन दिनों एक बार फिर सुर्खियों से सन गए है दरअसल बलूचिस्तान में आजादी का झंडा बुलंद करने वाली कद्दावर नेता नायला कादरी ने मोदी की तारीफों के पुल बांधते हुए उन्हें बलूचिस्तान का हीरो करार दिया है।
बनारस में चल रहे संस्कृति संसद में बोलते हुए नायला कादरी ने कहा कि “अगर बलूचिस्तान आजाद होता है तो वहाँ मोदी भाई की मूर्ति सबसे पहले लगाई जाएगी।” उन्होंने आगे लोगो को सम्बोधित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री मोदी द्वारा दिए गए 15 अगस्त में किये गए बलूचिस्तान के जिक्र ने बलूच लोगो की आस जगा दी है और वहाँ हमें भारत से मदद की दरकार है।
बलूच नेता कादरी ने बनारस की तारीफ करते हुए कहा कि बनारस ने भारत को एक नायाब हीरा दिया है जिसने बलूच लोगो पर हो रहे पाकिस्तान के अत्याचार को दुनिया के समक्ष उजागर किया है।
बनारस में चल रहे संस्कृति संसद के दूसरे दिन नायला कादरी ने कहा कि अगर भारत सरकार इजाजत दे तो बलूचिस्तान की निर्वासित सरकार का गठन वाराणसी में ही किया जाएगा।
आपको हम बताते चले की पाकिस्तान द्वारा बलूचिस्तान पर अवैध कब्ज़ा किया गया है जिसका मुद्दा सर्वप्रथम मोदी सरकार द्वारा पूरे जोर शोर से उठाया गया था। वही पिछले 70 में सालो में मोदी ही पहले ऐसे प्रधानमंत्री हुए है जिन्होंने सबसे पहले बलूचिस्तान के मुद्दे को लाल किले के अपने भाषण में पिरोया था।
जिसके बाद से बलूचिस्तान के लोगो में आजादी की आस एक बार फिर हिलोरे मार रही है और भारत सरकार से मदद की गुहार लगा रही है
वही नायला ने इसके साथ ही दोहराया कि मध्य एशिया से सीधा संपर्क बलूचिस्तान के माध्यम से ही मिलेगा व बलूचिस्तान ने अपने खून की आहुति देते हुए माता हिंगलाज के मंदिर को अभी तक सहेजे हुए रखा है। बलूचिस्तानी एक कटोरे पानी की मदद को सदियों तक याद रखते है और वह एक ऐसा देश का निर्माण करेंगी जो धर्म निरपेक्ष भी होगा।