कश्मीरी पंडितों के बच्चों के लिए शिक्षा संस्थाओं में बढ़ेगी 5% सीटें, कटऑफ में भी मिलेगी छूट
श्रीनगर (J&K) : कश्मीरी पंडितों के लिए मोदी सरकार ने बड़ी सौगात दी है।
केंद्र की मोदी सरकार ने अब कश्मीरी पंडितों के लिए पढ़ाई में रियायतों का बड़ा फैसला किया है। दरअसल एक परिपत्र के मुताबिक विस्थापित कश्मीरी पंडित, कश्मीर में रह रहे पंडित और हिदू समुदाय के बच्चों को देशभर के उच्च शिक्षा संस्थानों में दाखिले में छूट मिलेगी।
रिपोर्ट के मुताबिक न्यूनतम शैक्षिक योग्यता के आधार पर कट ऑफ में 10% की छूट मिलेगी। इसके अलावा प्रत्येक पाठयक्रम में संबंधित संस्थान में सीटों की कुल संख्या में 5% की वृद्धि भी रहेगी। प्रत्येक तकनीकी एवं व्यावसायिक शिक्षा संस्थान में मेरिट सूची में एक सीट विस्थापित कश्मीरी पंडित समुदाय, कश्मीर से पलायन न करने वाले कश्मीरी पंडित और हिदू समुदाय के बच्चों के लिए आरक्षित रहेगी। केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय और गृह मंत्रालय के साथ विचार-विमर्श के बाद अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआइसीटीई) ने एलान किया है।
एआइसीटीई के अकादमिक एवं योजना ब्यूरो के सलाहकार-1 प्रो दिलीप मालखेडे की ओर से जारी सर्कुलर में कहा है कि विस्थापित पंडित समुदाय, कश्मीर से पलायन न करने वाले पंडितों और हिदू समुदाय के बच्चों के लिए 2020-21 के लिए देश के विभिन्न उच्च शिक्षा संस्थानों में दाखिले के लिए विभिन्न प्रावधान किए हैं।
Special concessions for wards of Kashmiri Migrants & Kashmiri Pandit/ Kashmiri Hindu Families (Non-Migrants) living in Kashmir Valley for admission in Higher Educational Institutions from AY 2020-21 onwards.
Details👉https://t.co/fvPd3GnDyE@EduMinOfIndia @HMOIndia @PIBSrinagar pic.twitter.com/JraoAzNvSz
— AICTE (@AICTE_INDIA) October 8, 2020
एआइसीटीई की रियायतों का लाभ लेने के लिए विस्थापित पंडित समुदाय के किसी भी विद्यार्थी को डोमिसाइल प्रमाणपत्र पेश करने की जरूरत नहीं है। कश्मीर में रहने वाले कश्मीरी पंडितों व हिदू समुदाय के छात्रों को डोमिसाइल प्रमाणपत्र पेश करना होगा।