इतिहास में आज
महाराष्ट्र के लातूर में दूसरे नंबर पे आया नोटा, BJP गठबंधन की करा दी ज़मानत ज़ब्त !
लातूर (महाराष्ट्र) : चुनावी इतिहास में नोटा नें अब तक का सबसे बड़ा उलटफेर से दूसरे नंबर पर आकर BJP-शिवसेना प्रत्याशी को पछाड़ दिया।
2013 के मध्यप्रदेश, राजस्थान व छत्तीसगढ़ के विधानसभा चुनावों में पहली बार प्रयोग किए गए नोटा नें अब लगभग 6 साल बाद अपने बढ़ते प्रभाव व महत्व से इतिहास बनाया है | जी हाँ हम बात कर रहे हैं क्योंकि आज देश के 2 राज्यों महाराष्ट्र व हरियाणा के विधानसभा चुनावों के परिणाम आए हैं | दोनों ओर संकेत यही हैं कि BJP मिलजुल कर सरकार बना सकती है |
लेकिन हम यहाँ नोटा और महाराष्ट्र के लातूर जिले की लातूर ग्रामीण विधानसभा नामक सीट की बात करना चाहते हैं जहाँ काँग्रेस के जीते हुए प्रत्याशी के आसपास कोई BJP-शिवसेना का नहीं बल्कि ख़ुद नोटा दुसरे नंबर पर है ये अचंभा है कि जिस राज्य में BJP सबसे बड़ी पार्टी बनी हो उसी की एक सीट में नोटा से भी कम वोट मिले हों | इससे भी अधिक अपमानजनक स्थिति यह रही कि BJP-शिवसेना प्रत्याशी की ज़मानत तक नहीं बच पाई।
आपको बता दें कि लातूर ग्रामीण विधानसभा सीट में NCP-काँग्रेस की तरफ़ से कांग्रेस पार्टी से महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री विलासराव देशमुख के बेटे धीरज विलासराव देशमुख चुनावी मैदान में थे।
जबकि BJP-शिवसेना के गठबंधन के तहत शिवसेना से सचिन उर्फ़ रवि रामराज देशमुख थे |
अब यहाँ दिलचस्प बात यह है कि धीरज देशमुख जीते हैं लेकिन नोटा को हराकर धीरज को कुल 1,53,006 वोट मिले जबकि दूसरे नंबर पर रहे नोटा को 27.5 हजार वोट मिले जबकि तीसरे नंबर पर शिवसेना प्रत्याशी सचिन देशमुख 13,524 वोट पा सके |
अब यहाँ जीते हुए काँग्रेस प्रत्याशी धीरज का कुल वोट प्रतिशत 67.84 रहा, नोटा का 13.78 व शिवसेना को 6.78 |