धर्मांतरण रोकने के लिए गाँव-गाँव हरि कथा सुना रही 1500 आदिवासी बेटियां
रांची (झारखंड): ईसाई धर्मांतरण रोकने के लिए अब आदिवासी युवतियां हरि कथा सुन रही हैं।
आदिवासियों में सनातन संस्कृति के प्रति और अधिक जुड़ाव करने के लिए व धर्मांतरण की साजिशों को नाकाम करने के लिए RSS संग़ठन विशेष अभियान चला रहा है।
गौरतलब है कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अनुषांगिक संगठन एकल अभियान से जुड़कर 1500 आदिवासी युवतियां झारखंड सहित प्रदेश में घूम घूमकर सांस्कृतिक चेतना जगाने और धर्मांतरण रोकने के अभियान में जुटी हैं। जागरण रिपोर्ट के मुताबिक प्रशिक्षण प्राप्त युवतियां गांवों में जाकर लोगों को राम कथा और भागवत कथा सुनाकर लोगों को सनातन धर्म के प्राचीन और समृद्ध ज्ञान से अवगत कराएंगी।
इस काम में 1500 कथावाचक सहयोग कर रही हैं। इसमें अधिकतर सुदूर ग्रामीण इलाकों के रहने वाली युवती हैं। एकल अभियान के संस्थापक व आर एस एस के वरिष्ठ प्रचारक श्याम जी गुप्त की प्रेरणा से इस अभियान की शुरुआत 1995 में हरि कथा योजना नाम से झारखंड में की गई थी। धीरे-धीरे इस अभियान से झारखंड बिहार छत्तीसगढ़ उड़ीसा सहित कई राज्यों में गांव की लड़कियां जुड़ने लगी और कथा कहने के लिए प्रशिक्षण प्राप्त करने लगी।
आदिवासी युवतियां देश के कई हिस्सों में हरि कथा, भागवत कथा सुनाकर धर्मांतरण रोकने का काम कर रही हैं। इस वीडियो में ये इसका प्रशिक्षण प्राप्त कर रही हैं।#RSS#StopConversion pic.twitter.com/IeCGO4XSZN
— Sujeet Kumar Suman (@sujeet_hzb) September 28, 2020
वर्तमान में 3000 कथावाचक गांव में जाकर का काम कर रहे हैं। यह ज्यादा समय उन इलाकों में है जहां ईसाई मिशनरियों की ओर से धर्मांतरण कराया जा रहा है। ऐसा ही एक कार्यक्रम में सोमवार को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रशिक्षण दिया गया।
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