सोशल डब्बा

‘ब्राह्मणों की पंडिताई छीन ली, तभी तो दलित पिछड़ों से इतनी नफरत है’: RJD प्रवक्ता

निशांत चतुर्वेदी के ट्वीट को ढाल बना कर पूरी आरजेडी पार्टी ही एक पत्रकार के ऊपर चढ़ गई और एक जाति विशेष को बना रहे हैं निशाना

नई दिल्ली: आज तक के एडिटर निशांत चतुर्वेदी द्वारा बिहार सूबे की सीएम रह चुकी राबड़ी देवी पर ट्वीट करने को लेकर पूरा लेफ्टिस्ट ग्रुप अपना दाना पानी लेकर ब्राह्मणो पर चढ़ गया है।

दरअसल निशांत चतुर्वेदी ने ट्वीट कर लिखा था कि “अच्छा जी राबड़ी देवी जी भी ट्वीट करती है ?कोई इनसे बोले कि ये बस तीन बार ट्विटर बोलकर बता दें ?”।


निशांत चतुर्वेदी के ट्वीट को ढाल बना कर पूरी आरजेडी पार्टी ही एक पत्रकार के ऊपर चढ़ गयी। निशांत के बहाने पुरे ब्राह्मण समाज को खूब गाली देने का मजा लूट रहे इन नेताओ की मानो चाँदी निकल गयी हो।

गाली देने में पीछे पार्टी के प्रवक्ता भी नहीं रहे है, पार्टी प्रवक्ता व हिलसा से विधायक शक्ति यादव ने ट्वीट कर ब्राह्मणो की पंडिताई छीन जाने से नफरत की नई तुरपाई कर डाली।

पार्टी प्रवक्ता लिखते है “कुछ शर्म कर ले जातिवादी पत्रकार। तुम जैसों की पंडिताई छिन ली तभी तो दलित-पिछड़े वर्गों से आने वाली महिलाओं से इतनी नफ़रत है। अगर कोई तुम्हारी माँ-बहन को इसमें घसीटेगा तो कैसे लगेगा तुझे बेशर्म आदमी। @aroonpurie जी, ऐसे विकृत मानसिकता के लोग आपके संस्थान में काम कर रहे है?”


चुनाव के ठीक पहले इन सबको पिछडो व दलितों के हितेषी बनने का मौका भी मिल गया। वही सूबे की सबसे बड़ी नेता व पूर्व सीएम रह चुकी राबड़ी देवी अब भी पिछड़ी ही बनी हुयी है जिनकी पार्टी के मुखिया चारा घोटाले में सजा काट रहे है।


तेजस्वी यादव ने अपनी पार्टी से राजयसभा सांसद मनोज झा के ट्वीट को रीट्वीट किया जिसमे मनोज झा का पूरा जोर उच्च जाति को निचा दिखाने पर रहा था।

मनोह झा लिखते है “कल @RabriDeviRJD ji पर अशोभनीय/अवांछित/अमर्यादित टिप्पणी करने वाले आजतक के चतुर्वेदी ‘नामधारी’ संपादक @nishantchat के बारे में एक मित्र ने कहा कि ये ‘मैनस्ट्रीम मीडिया’ से ज़्यादा ‘मनुस्ट्रीम’ वाले हैं।चतुर्वेदी ने वो उगल दिया जो सब के अंदर घर कर के बैठा है।”


वहीं कई लोग पत्रकार के समर्थन में भी उतर आये है, एक ट्वीटर यूजर हेमंत लिखते है कि “पत्रकारों की स्वंत्रता का सवाल उठाने वाले अब क्यों लताड़ रहे है, जब देश विरोधी नारो को स्वंत्रता के अधीन बताया जा सकता है तब तो यह सिर्फ पढ़ाई लिखाई की बात कर रहे है”।

इससे सम्बंधित

One Comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button