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संतों में भी बढ़ा आरक्षण का रोष, मोहन भागवत से दक्षिणा में मांगा आरक्षण मुक्त भारत
पुष्कर (राजस्थान) : RSS चीफ़ से दक्षिणा में साधु संतों नेें आरक्षण ख़त्म करने की बात कही ।
फ़िर RSS चीफ़ आरक्षण को लेकर चर्चा में हैं हालांकि इस बार उन्होंने बयान तो कुछ नहीं दिया है पर जिनसे उनकी मुलाकात हुई उन्होंने आरक्षण की बहस छेड़ दी ।
आपको याद दिला दें पिछले दिनों ज्ञान उत्सव के एक कार्यक्रम में एक प्रश्न के उत्तर में मोहन भागवत ने कहा था कि आरक्षण पर बहस सौहार्दपूर्ण वातावरण में होनी चाहिए ।
आपको बता दें कि 11 अगस्त को हिंदू महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष चक्रपाणि महाराज नें दिल्ली के जंतर मंतर पर आरक्षण के खिलाफ हल्ला बोला था उन्होंने ये भी साफ़ किया था कि ज्यादातर लोग आरक्षण के मंच पर भी जाने से डरते हैं लेकिन मैं सच को सच बोलता हूं ।
भागवत ने अपनी पुष्कर यात्रा का शुभारंभ निम्बार्कपीठ के परशुराम द्वारा मंदिर में दर्शन व पवित्र पुष्कर सरोवर में पूजा-अर्चना के साथ की। इस दौरान पुरोहितों ने संघ प्रमुख मोहन भागवत से दक्षिणा के रूप में देश से आरक्षण मुक्त भारत बनाने की मांग की ।
दरअसल ये मांग साधू-सन्यासियों द्वारा दक्षिणा के रूप में मांगी गई ।
इससे पहले संघ प्रमुख का परशुराम द्वारा में वैदिक मंत्रोच्चार के साथ स्वागत किया गया। बाद में संघ प्रमुख ने गिरधर गोपाल मंदिर व परशुराम देवाचार्य मंदिर के दर्शन भी किए।
भागवत ने पवित्र सरोवर की पूजा अर्चना के समय निम्बाक आचार्य श्री जी श्याम शरण देवाचार्य को भी अपने साथ रखा। बाद में श्रीजी व संघ प्रमुख के बीच बंद कमरे में मुलाकात भी हुई।