दिल्ली दंगों पर लिखी पुस्तक का विमोचन, कपिल मिश्रा बोले- सड़क खुलवाने की बात, मेरा लोकतांत्रिक अधिकार
नई दिल्ली: दिल्ली दंगो के एक वर्ष पूरे होने पर दिल्ली के कॉन्स्टिट्यूशन क्लब में कल दिल्ली दंगों पर लिखी गयी पुस्तक Delhi Riots 2020- The Untold Story का विमोचन कार्यक्रम आयोजित किया गया।
इसमें मुख्य अतिथि के रूप में “Delhi Riots 2020-The Untold Story ” पुस्तक की लेखिका एडवोकेट मोनिका अरोड़ा और दिल्ली विश्वविद्यालय की प्राध्यापिका प्रेरणा मल्होत्रा शामिल हुईं।
जबकि विशिष्ट अतिथि के तौर पर बीजेपी नेता कपिल मिश्र और DD न्यूज़ के पत्रकार अशोक श्रीवास्तव ने इसमें शिरकत की।
इस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए बीजेपी नेता कपिल मिश्र ने कहा कि “मेरी गली की सड़क को कोई यदि जाम करेगा तो मैं उसका विरोध करूँगा, सड़क खुलवाने की बात करना मेरा लोकतांत्रिक अधिकार है और जरूरत पड़ी तो आगे भी सड़क खुलवाने जरूर जाऊँगा।”
इसके अलावा कपिल ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधते हुए कहा कि “जब दिल्ली जल रही थी तब दिल्ली के तथाकथित मालिक चुपचाप बैठ कर तमाशा देख रहे थे, जब आग लगी तो कोई फ्री का पानी आग बुझाने के काम नहीं आया।”
एडवोकेट मोनिका अरोड़ा ने किसान आंदोलन पर टूलकिट सार्वजनिक करने के विषय पर ग्रेटा थनबर्ग का शुक्रिया अदा करते हुए कहा कि “दिल्ली दंगो की भी कोई टूलकिट जरूर होगी, मुझे उम्मीद है की यह भी एक दिन जरूर सामने आएंगी।”
अरोड़ा ने कर्नाटक की सालुमर्द थिमक्का का जिक्र करते हुए कहा कि इन्होंने 7000 पेड़ लगाए, उनकी देखभाल की, आज इन्हें पदमश्री से सम्मानित किया गया। यह लोग असली क्लाइमेट एक्टिविस्ट है न कि दिशा रवि जैसे लोग।
पत्रकार अशोक श्रीवास्तव ने नैरेटिव बिल्डिंग की बात करते हुए कई घटनाओ का जिक्र किया और कई मीडिया पोर्टल और पत्रकारों और राजनेताओं के बयान का भी जिक्र किया।
ज्ञात हो की दिल्ली पर लिखी गयी इस पुस्तक पर भी विवाद हुआ था जब ब्लूम्सबरी प्रकाशन ने इसे छापने से मना कर दिया था जिसके बाद गरुडा प्रकाशन ने इस पुस्तक को छापा है।