सरहद पार पाकिस्तान से मोदी को आएगा न्यौता
20वें सार्क शिखर सम्मेलन का आयोजन 2018 के अंत या 2019 में किया जाएगा, 2016 में इस्लामाबाद सम्मेलन में भारत नें उड़ी हमले के कारण किया था बहिष्कार,
नईदिल्ली : आइए अपने चिरपरिचित पड़ोसी देश से आई कुछ खबरों पर नजर डालते हैं |
कुछ दिन पहले ही पड़ोसी देश को एक नया पीएम मियां इमरान खान के रूप में मिला है जो कभी देश की क्रिकेट टीम के कप्तान रहा करते थे | और जब उनकी ताजपोशी हुई उसमें भारतीय क्रिकेटर नवजोत सिंह सिद्धू के हिस्सा लेने से वो कई दिनों तक सुर्ख़ियों में रहे थे |
एक बार फिर से सार्क का आयोजक बनना चाहता है पाक :
पाक एक बार फिर से 20 वें सार्क शिखर सम्मेलन के आयोजन को लेकर बहुत आतुर दिख रहा है | लेकिन नवंबर 2016 में उसी की राजधानी इस्लामाबाद में पिछला सम्मेलन होना था |
लेकिन भारत समेत 5 देशों नें (श्रीलंका, अफगानिस्तान, मालदीप, भूटान, बांग्लादेश) “प्रतिकूल वातावरण’ के कारण इसका बहिष्कार किया था | हालांकि उस समय सार्क के प्रमुख नेपाल के ही थे इसलिए उसने भारत का समर्थन नहीं किया था |
पाक विदेश मंत्रालय प्रवक्ता मोहम्मद फैजल नें न्यूज कांफेरेंस में कहा कि ” पाकिस्तान सार्क समिट में हिस्सा लेने के लिए भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को आमन्त्रित करेगा ” |
चलते-चलते एक सरसरी नजर “सार्क” के अंदर की बात पर :
- दक्षिण एशियाई देशों का राजनीतिक व भू संघ “सार्क” को अंग्रेजी में “South Asian Association for Regional Cooperation” और हिंदी में “दक्षेश” कहते हैं,
- मुख्यालय नेपाल की राजधानी काठमांडू में,
- इसके 8 सदस्य हैं; भारत, पाक, अफगानिस्तान, नेपाल, श्री लंका, मालदीव, भूटान व बांग्लादेश,
- इसमें सबसे बड़ा व प्रमुख पद महासचिव (जनरल सेक्रेटरी) का होता है और इनका कार्यकाल 3 साल का होता है,
- वर्तमान में पाक के राजनयिक अमजद हुसैन बी सियाल महासचिव (13वें) हैं,
- हर 18 महीनें में सदस्य देश समिट में भाग लेते हैं |