बरसात में गिरा मकान तो कहा “तुम ब्राह्मण हो इसलिए तुम्हे आवास योजना का लाभ नहीं मिलेगा”, पड़ोसियों के यहाँ सोने को मजबूर है परिवार
सहारनपुर: यूपी के सहारनपुर में रहने वाले प्रमील शर्मा पिछले कई वर्षो से अपने घर के लिए प्रधान मंत्री आवास योजना में घर मिलने की आस लगाए बैठे है।
सहारनपुर के ग्राम साखन कलां में रहने वाले प्रमील पिछले दस सालों से कच्चे मकान में अपना जीवन यापन करते आ रहे थे लेकिन दो साल पहले 27 सितम्बर 2018 को भारी बरसात में पीड़ित का मकान एकाएक भरभराकर गिर गया। जिसमे प्रमील का घर में रखा कीमती सामान भी नष्ट हो गया था।
वहीं गनीमत यह रही कि पीड़ित व उसके घरवाले पहले ही मकान छोड़ कर पडोसी के यहाँ चले गए थे जिससे एक बड़ा हादसा टल गया।
पीड़ित ने घटना की जानकारी ब्लॉक देवबंद के अधिकारियो को लिखित माध्यम से दी व अमर उजाला में छपी उनके घर की त्रासदी को भी दिखाया।
ज्ञात होकि पीड़ित का नाम कई बार पीएम आवास योजना की पात्रता सूचि में भी आ चूका है लेकिन अफसरों की लचर प्रक्रिया ने उन्हें इस लाभ से वंचित किये हुए है।
पीड़ित प्रमील शर्मा ने हमे अपनी बातचीत में बताया कि उसे ब्राह्मण होने की वजह से लाभ से वंचित किया जा रहा है। पीड़ित के घर में जब अधिकारी मुआयना करने पहुंचे थे तो उन्होंने यह कहते हुए कि “तुम तो ब्राह्मण हो इसलिए तुम खुद ही मकान बनवा लो तुम्हे घर नहीं मिलेगा” लाभ देने से इंकार कर दिया जिससे पीड़ित पूरी तरह से स्तब्ध है।
इस प्रकरण की सुचना पीड़ित ने पीएमओ को पत्र लिख कर भी दी थी कि ब्राह्मण होने की वजह से उन्हें PM आवास योजना के लाभ से वंचित किया जा रहा है लेकिन वहां से भी पीड़ित को निराशा ही हाथ लगी।
पड़ोसियों के यहाँ सोता है परिवार
प्रमील शर्मा का परिवार इन दिनों पड़ोसियों के यहाँ सोने को मजबूर है। आर्थिक तंगी के कारण पीड़ित घर को ठीक भी नहीं करवा सकता है। जिसके कारण 5 लोगो के इस परिवार को पड़ोसियों के यहाँ बदल बदल कर रात काटनी पड़ रही है।
प्रमील शर्मा के अनुसार उन्हें सभी अधिकारियो से सिर्फ आश्वाशन ही मिलता आया है और हद तो तब हो गयी जब एक अधिकारी ने घर पहुंच उन्हें ब्राह्मण होने की वजह से पात्रता देने से ही इंकार कर दिया।
Support our free journalism: यह न्यूज़ पोर्टल दिल्ली विश्विद्यालय के मीडिया छात्र अपनी ‘पॉकेट मनी’ से चला रहे है। जहां बड़े बड़े विश्विद्यालयों के छात्र वामपंथी विचारधारा के समर्थक बनते जा रहे है तो वही हमारा पोर्टल ‘राष्ट्रवाद’ को सशक्त करता है। वही दिल्ली विश्विद्यालय जैसे प्रतिष्ठित संस्थान में पढ़ रहे हमारे युवा एडिटर्स देश में घट रही असामाजिक ताकतों के खिलाफ लेख लिखने से पीछे नहीं हटते बस हमें आशा है तो आपके छोटे से सहयोग की। यदि आप भी हम छात्रों को मजबूती देना चाहते है तो कम से कम 1 रूपए का सहयोग अवश्य करे। सादर धन्यवाद, ‘जयतु भारतम’
Why Harsh Meena is writing this piece?
Harsh Meena is a student of journalism at the University of Delhi. He reads and writes Dalit politics for exposing the venom spread by the so-called Dalit organizations. Besides, he is known for being vocal about the forceful conversions of the Hindu Dalits. Fun Fact, Dalit organizations hate him for exposing their nexus with Jay Meem!
Mujhe lag raha hai ki samajik vyavstha badlane ka samay aa gaya hai, brahaman apne betiyo ko sc/st se saddi karna suru kar de, tabhi samaj balance ho jayega….
ये बहुत ही गलत हुआ है मेरी up सरकार से निवेदन है कि जल्द से जल्द ज
जांच कराई जाए उन अधिकारियों को सस्पेंड किया जाये🙏🏻
यह तो बहुत ही गलत है सरकार को इस पर संज्ञान लेना चाहिए ।