मायावती भी तांडव के विरोध में उतरीं, कहा- आपत्तिजनक हटाएं ताकि शांति का वातावरण खराब न हो
लखनऊ: 15 जनवरी को ओटीटी प्लेटफार्म पर रिलीज सैफ अली खान की वेब सीरीज ’ताण्डव’ का पूरे देश में विरोध हो रहा है। एक तरफ भाजपा के कई नेता सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय को पत्र लिखकर फ़िल्म पर प्रतिबंध लगाने की मांग कर रहे हैं।
वहीं भाजपा के बाद बसपा ने भी फ़िल्म का विरोध जताया है। इसी कड़ी में बसपा सुप्रीमो मायावती ने ट्विटर माध्यम से बयान जारी कर कहा कि “वेब सीरीज में धार्मिक व जातीय आदि भावना को आहत करने वाले कुछ दृश्यों को लेकर विरोध दर्ज किए जा रहे हैं, जिसके सम्बंध में जो भी आपत्तिजनक है उन्हें हटा दिया जाना उचित होगा ताकि देश में कहीं भी शान्ति, सौहार्द व आपसी भाईचारे का वातावरण खराब न हो।”
UP पुलिस ने दर्ज की FIR:
उधर बढ़ते विवाद के बीच उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में तांडव वेब सीरीज के खिलाफ हजरतगंज थाने में एफआईआर दर्ज कराई गई है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
हजरतगंज थाने में दर्ज एफआईआर में वेब सीरीज तांडव के निर्देशक अली अब्बास, प्रोड्यूसर हिमांशु कृष्ण मेहरा, लेखक गौरव सोलंकी और हेड इंडिया ओरिजिनल कंटेंट (अमेजन) अपर्णा पुरोहित का नाम शामिल है। यह एफआईआर लखनऊ के हजरतगंज कोतवाली के सब इंस्पेक्टर अमरनाथ यादव की तहरीर पर लिखी गई।
क्या है विवादित हिस्सा:
दरअसल, वेब सीरीज के पहले ही एपिसोड में सीरीज के कलाकार जीशान अय्यूब भगवान शिव के वेश में दिखाई दे रहे हैं और इसी वेशभूषा में वह एक यूनिवर्सिटी में छात्रों को संबोधन में कह रहे हैं कि ‘आपको किससे आजादी चाहिए।’ जीशान के आते ही मंच संचालक कहता है- ‘नारायण-नारायण, प्रभु कुछ करिए। रामजी के फॉलोअर्स सोशल मीडिया पर लगातार बढ़ते जा रहे हैं. मुझे लगता है हमें कोई नई स्ट्रेटजी बनानी चाहिए।’
इस पर भगवान शिव के रूप में नजर आ रहे जीशान अय्यूब कहते हैं, ‘क्या करूं तस्वीर बदल दूं क्या?’ जिसके जवाब में मंच संचालक कहता है ‘भोलेनाथ आप तो बहुत ही भोले हैं।’