हरे कृष्णा

टूलकिट केस: जूना पीठाधीश्वर बोले- कुंभ का दुष्प्रचार करके कुछ स्वार्थ पूरे नहीं होंगे, आकंड़ों की सत्यता को पहचानें

हरिद्वार: कथित टूलकिट में कुंभ मेले पर की गई टिप्पणी पर संत समाज ने नाराजगी जताई है। सन्त समाज ने तथ्यों पर ध्यान देने को कहा है।

आज एक जारी किए वीडियो बयान में जूना पीठाधीश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरी महाराज ने कहा कि भारतीय संस्कृति संस्कार सभ्यता और उसकी संवेदनाएं अगर कहीं एक साथ ही दिखाई देती हैं तो वह कुंभ महापर्व है। कुम्भ महापर्व पर केवल हिंदुओं का नहीं है संयुक्त राष्ट्र की संस्था यूनेस्को ने मानवता की अमूर्त सांस्कृतिक धरोहर के रूप में भी घोषित किया है।

उन्होंने कहा कि एक टूलकिट के द्वारा यह दुष्प्रचार किया जा रहा है कि कुंभ के मेले से कोरोना का संक्रमण गया। आकंड़ों की सत्यता को पहचानें, जब कुंभ का मेला चल रहा था तब अन्य प्रदेशों में कोरोना वायरस की अधिक प्रचंडिता थी। न ऐसी उत्तराखंड में थी, ना कुंभ के अवसर पर थी।

राजनीतिक दुस्साहस ठीक नहीं

आगे अवधेशानंद महाराज ने कहा यह एक सुनियोजित ढंग से भारत की संस्कृति संस्कार अथवा हमारी आस्था पर्व परंपरा मूल्यों पर विशेषकर हमारी सांस्कृतिक निष्ठा पर प्रहार किए जा रहे हैं। सुनियोजित ढंग से क्षुद्र मानसिकता के साथ अपनी स्वार्थ सिद्धि के लिए इस प्रकार का जो यह राजनैतिक दुस्साहस है, यह ठीक नहीं है।

सन्त समाज में रोष

सन्त समाज की नाराजगी व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि इस प्रकार से अन्य मतों को और धर्मावलंबियों को प्रश्रय देकर और हिंदू धर्म संस्कृति का दुष्प्रचार करके कुछ स्वार्थ पूरे नहीं होंगे। सन्त समाज इसकी निंदा करता है भर्त्सना करता है।कुम्भ निस्संदेह ऐसा नहीं था जैसा बताया जा रहा है। कुम्भ के लिए दुष्प्रचार न करें। सम्पूर्ण सन्त समाज में भारी द्वेष है।

कुंभ विसर्जन पर प्रधानमंत्री के अनुरोध का जिक्र 

अंत में उन्होंने समय पूर्व कुम्भ के विसर्जन के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अनुरोध का जिक्र करते हुए कहा कि हमनें बड़ा संयम रखा माननीय प्रधानमंत्री के आव्हान पर कुछ ही घंटों उनका विसर्जन कर दिया गया था। बाद में कुछ ही लोग स्नान करने लोग पहुंचे थे। उसकी जो विराटता थी उसका विसर्जन कर दिया गया था। आंकड़ों को देखें उसके यथार्थ को समझें। कुंभ से कोरोना का प्रकोप नहीं गया है और कृपा करके इस पर राजनीति करना शोभा नहीं देता।

योगगुरु रामदेव ने भी टूलकिट पर जताई आपत्ति

अखाड़ा सन्तों के अलावा योगगुरु बाबा रामदेव ने भी कथित टूलकिट के लिए कुंभ महापर्व पर किए जा रहे हमलों पर रोष प्रकट किया है। उन्होंने कहा कि टूलकिट के माध्यम से कुंभ मेला और सनातन हिंदू धर्म को बदनाम करना सामाजिक, सांस्कृतिक, राजनीतिक साजिश, पाप और अपराध है। जो लोग ऐसा कर रहे हैं उनसे हाथ जोड़कर प्रार्थना है आप राजनीति करिए लेकिन 100 करोड़ से ज्यादा हिंदुओं का अपमान मत करिए।

उन्होंने ये भी कहा कि आप बहुत घिनौनी हरकत कर रहे हैं। देश आपको कभी माफ नहीं करेगा। देश के लोगों को ऐसी सनातन विरोधी और भारत विरोधी ताकतों का मिलकर बहिष्कार और विरोध करना चाहिए।

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