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‘जब नसीरुद्दीन, आमिर खान ने कहा था देश में डर लगता है तब उन्हें किसी ने हरामखोर नहीं कहा’- कंगना रनौत

मुंबई: शिवसेना नेता के ह%#मखोर वाले बयान पर कंगना रनौत ने आमिर खान व नसीरुद्दीन का मुद्दा खड़ा कर दिया है।

बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत के मुम्बई बनाम पीओके वाले बयान के बाद अभिनेत्री कंगना रनौत व शिवसेना आमने सामने आ गए हैं। बात इतनी आगे बढ़ गई कि शिवसेना सांसद संजय राउत ने तो कंगना को ‘ह#%मखोर लड़की’ शब्द तक कह दिया। इसके बाद एक बयान में जब कंगना से माफी मांगने का सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि “अगर वह लड़की (अभिनेत्री कंगना रनौत) महाराष्ट्र से माफी मांगेगी, तो मैं इसके बारे में सोचूंगा (माफी मांगने)। वह मुंबई को मिनी पाकिस्तान कहती है। क्या उसे अहमदाबाद के बारे में ऐसा ही कहने का साहस है।”

इसके बाद कंगना ने शिवसेना सांसद संजय राउत को जवाब में कहा कि “संजय राउत जी आप आप ने हमें हरामखोर कहा, आप एक सरकारी मंत्री मुलाजिम हैं, देश में हर घंटे कितनी लड़कियों का रेप और शोषण किया जाता है। उनकी बॉडी काट कर फेंक दी जाती है उनकी काम की जगह उनका अपमान किया जा रहा है, उनके पति उनके नाक कान जबड़ा तोड़ रहे हैं। जानते हैं उसका कारण, ये मानसिकता, जिसका भण्डा प्रदर्शन आपने पूरे देश के सामने किया है।”

देश की बेटियां संजय राउत को माफ नहीं करेंगी:

कंगना ने कहा कि “इस देश की बेटियां आपको माफ नहीं करेंगी संजय जी, आपने उन सब महिलाओं का शोषण करने वालों का सशक्तिकरण किया है। इस देश की बेटी आपको माफ नहीं करेंगी। जब आमिर खान जी ने कहा था कि मुझे इस देश में डर लगता है तब उन्हें किसी ने हरामखोर नहीं कहा और जब नसीरुद्दीन शाह जी ने कहा तब उनको किसी ने हरामखोर नहीं कहा।”

संजय राउत जी, आप महाराष्ट्र नहीं हैं: 

इसके अलावा कंगना ने कहा कि “जिस मुंबई पुलिस की मैं तारीफ करते नहीं थकती थी, आप देख लीजिए मेरे पुराने कोई भी इंटरव्यू। आज जब वो पालघर की लिंचिंग में साधुओं के सामने कुछ नहीं करते हैं खड़े रहते हैं। एक लाचार बाप सुशांत के पिता के एफआईआर नहीं लेते हैं और मेरे स्टेटमेंट नहीं लेते हैं तो इस प्रशासन के चलते हुए मैं उनकी निंदा करती हूं। ये मेरी अभिव्यक्ति की आजादी है। मैं उनकी निंदा करती हूं और संजय जी मैं आपकी निंदा करती हूं। आप महाराष्ट्र नहीं हैं। आप ये नहीं कह सकते कि मैंने महाराष्ट्र की निंदा की है। संजय जी मैं 9 सिंतबर को आ रही हूं और आपके लोग कह रहे हैं कि आप लोग मेरे लोग जबड़ा तोड़ देंगे और मुझे मार डालेंगे। आप लोग मार डालिए क्योंकि इस देश की जो मिट्टी है वो ऐसे ही खून से सींचकर इस देश की गरिमा है और अस्मिता के लिए न जाने कितने लोगों ने अपनी जान दी है और हम भी देंगे क्योंकि हमको भी वो कर्ज निभाना है। मिलते हैं 9 सितंबर को। जय हिंद जय महाराष्ट्र।”

कंगना ने शिवसेना सहित विरोधियों को दिए सीरियल जवाब: 

उधर शिवसेना के मुम्बई में कंगना रनौत को रोकने वाले बयान के बाद कंगना ने शिवसेना सहित अपने विरोधियों को सीरियल बयानों में पलटवार करते हुए जवाब दिए। पहले कंगना ने सिनेमा में मराठा गौरव की सामग्री को लेकर कहा कि “महाराष्ट्र के लिए अपना प्यार दिखाने वाले सभी चापलूसों को पता होना चाहिए कि मैं मराठा गौरव शिवाजी महाराज और रानी लक्ष्मीबाई को बड़े पर्दे पर लाने के लिए हिंदी सिनेमा के इतिहास में पहली अभिनेता / निर्देशक हूं। और मुझे उन्हीं लोगों के द्वारा रिलीज होने पर सबसे ज्यादा विरोध भी झेलना पड़ा।”

कंगना ने फिर बॉलीवुड में इस्लामिक प्रभुत्व का दावा करते हुए जवाब देकर कहा कि “इनकी औक़ात नहीं है, इंडस्ट्री के सौ सालों में एक भी फ़िल्म मराठा गौरव पे बनाई हो, मैंने इस्लाम डॉमिनेट इंडस्ट्री में अपनी जान और करियर को दाँव पे लगाया, शिवाजी महाराज और रानी लक्ष्मीबाई पे फ़िल्म बनाई, आज महाराष्ट्र के इन ठेकेदारों से पूछो किया क्या है महाराष्ट्र के लिए ?”

एक जवाब में खुद को मराठा बताते हुए कंगना ने कहा कि “किसी के बाप का नहीं है महाराष्ट्र, महाराष्ट्र उसी का है जिसने मराठी गौरव को प्रतिष्ठित किया है। और मैं डंके की चोट पे कहती हूँ कि हां मैं मराठा हूँ, उखाड़ो मेरा क्या उखाड़ोगे ?”

अगले जवाब में महाराष्ट्र प्रेम पर कंगना ने कहा कि “एक महान पिता की संतान होना ही आपकी एक मात्र उपलब्धि नहीं हो सकती, आप कौन होते हैं मुझे महाराष्ट्र प्रेम या नफ़रत का सर्टिफ़िकेट देने वाले ? आपने यह कैसे निर्धारित कर लिया कि आप महाराष्ट्र को मुझसे ज़्यादा प्रेम करते हैं ? और अब मुझे वहाँ आने का कोई हक़ नहीं।”

अंत में मेनस्ट्रीम सिनेमा में मराठा फिल्मों के मुद्दे पर जवाब में कहा कि “शर्म नहीं आती, अकबर और दाऊद पे कितनी फ़िल्में बनाई है ? कितनी बड़ी बड़ी फ़िल्में बनाई गयी हैं, ये मिला मराठाओं को अपने खून के बलिदान के बदले ? इनमें से एक भी फ़िल्म शायद मेन्स्ट्रीम हिंदी नहीं है या फिर रिलीज़ नहीं हुई किसी ने तो कभी सुना भी नहीं इनके बारे में।”

 


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