पहली बार वामपंथ के गढ़ JNU में दी जाएगी रामायण की शिक्षा !
नईदिल्ली : विरोध के बीच पहली बार राम पर JNU में शैक्षिक कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है।
कार्यक्रम के आयोजन पर JNU के VC जगदीश कुमार नें कहा कि “हरिजन समाचार पत्र (1946) में, महात्मा गांधी ने लिखा था: ‘मेरे लिए राम एक सर्व-शक्तिशाली भाव है जिसका नाम, हृदय में अंकित है, सभी दुखों को दूर करता है- मानसिक, नैतिक और भौतिक”। यह 2, 3 मई, 2020 को जेएनयू में “रामायण से नेतृत्व की सीख” पर वेबिनार आयोजित करने की प्रेरणा है।”
Some people have asked me why there is a webinar on leadership lessons from Ramayan at JNU. During the lockdown period we have conducted several webinars related to COVID-19. This is a part of such series of webinars that we have been conducting: JNU VC Mamidala Jagadesh Kumar pic.twitter.com/KPLTaSAyIb
— ANI (@ANI) April 28, 2020
उधर JNU वामपंथ का गढ़ रहा है और लाजमी है कि रामायण पर विश्वविद्यालय के छात्र गुटों नें इसका विरोध किया है। वहीं राष्ट्रवादी संगठनों व छात्रों ने श्री राम पर हो रहे कार्यक्रम का स्वागत कर इसे ऐतिहासिक करार दिया है।