मूंछ नहीं एससी एसटी एक्ट के चलते कर दी जीतेन्द्र की हत्या, केस वापस न लेने से थे अवसाद में
पाली – जिले में कुछ दिनों पहले हुई हेल्थ वर्कर जितेंद्रपाल मेघवाल की हत्या काफी चर्चा का विषय बनी हुई है। दावा किया जा रहा है कि मृतक कि मूंछो की वजह से उसकी हत्या की गई है। जिसके लिए आरोपी 800 किलोमीटर चलकर आये थे। हालाँकि दावे को लेकर कोई साक्ष्य नहीं दिए गए है।
जानिए क्या था घटना?
दरअसल घटना जून 2020 की है, जहां बारवा गाँव निवासी जितेंद्र मेघवाल अपने घर के बाहर बैठा था। उसी दौरान वहां से गुजर रहें सुरज सिंह राजपुरोहित के साथ किसी बात को लेकर कहासुनी हो गई थी। इतना ही नही दोनों में कहासुनी इस हद तक बढ़ गई कि मामला मारपीट तक पहुंच गया, जिसके बाद जितेंद्र ने सूरज और उसके दो दोस्तों के खिलाफ एससी एसटी एक्ट का मामला दर्ज करा दिया। गाँव के सरपंच ने भी इस बात की पुष्टि की है कि एससी एसटी एक्ट की वजह से दोनों आरोपी परेशान रहते थे। इसमें मूंछ का कोई लेना देना नहीं है।
इसी पुरानी रंजिश के चलते बीते दिनों 15 मार्च को सूरज अपने परिचित के साथ गाँव पहुंचा और ड्यूटी से लौट रहे जितेंद्र मेघवाल पर चाकूओं से हमला कर बुरी तरह घायल कर दिया था। जिसके बाद अस्पताल ले जाते समय रास्ते में उसकी मौत हो गई थी।
एससी एसटी एक्ट में जेल न जाने की कहते थे बात
कई ग्रामीणों ने हमें बताया कि आरोपी एससी एसटी एक्ट में जेल न जाने की बात कहते थे। वह इससे बचने के लिए सूरत कमाने चले गए थे। हालाँकि केस की वजह से उन्हें कई बार थाने बुलाया जाता था जिससे वह परेशान रहने लगे थे। लाख कोशिशों के बावजूद जीतेन्द्र मामले को वापस नहीं ले रहा था।
पुलिस जांच में खुलासा
इस पूरे केस को गंभीरता से लेते हुए जिले के एसपी बृजेश सोनी के नेतृत्व में आठ टीमों का गठन किया गया था। जिसके बाद पुलिस द्वारा कार्यवाही में हत्या के दोनों आरोपियों को बाड़मेर जिले के दूदवा गांव से गिरफ्तार कर पाली जिला हेडक्वार्टर भेज दिया गया हैं।
पुलिस ने बताया कि जितेंद्रपाल मेघवाल हत्याकांड में मूंछ रखने व पहनावे को लेकर कोई संबंध नही है। वर्ष 2020 में दर्ज हुए एससी एसटी एक्ट के मामले को लेकर हत्या की गई है।
आपको अगर हमारी रिपोर्ट पसंद आई तो आप हमें आर्थिक सहयोग दे सकते है। आपके सहयोग से ही यह पोर्टल बिना लाग लपेट के उत्तम रिपोर्ट आपके सामने लाता है।
UPI: NeoPoliticoEditor@okicici
Gpay/Paytm: 8800454121