इतिहास में आज

संविधान से हटे सेकुलर, विपक्ष जेल में था तब हुआ संशोधन !

पटना (बिहार) : संविधान दिवस पर JDU नेता नें मोदी सरकार से संविधान से सेकुलर शब्द को हटाने की माँग की है।
आज 26 नवंबर को देश संविधान दिवस के रूप में मनाता है, इसी दिन 1949 को संविधान को संविधान सभा द्वारा स्वीकार किया गया था। बाद में ठीक 2 माह के बाद इसे लागू कर दिया गया था।
Members of Constituent Assembly, Ref. Indian History Pics
ज़ाहिर है तब से हमारा देश संविधान के बताए रास्तों पर चल रहा है। देश में राज करने वाली सभी पार्टियां भी इसे आधार कहती हैं। आज सभी दलों नें अपने अपने तरीकों से इस दिन को याद किया इसी बीच JDU नेता नें सबसे अलग माँग कर दी।
पूर्व में JDU प्रवक्ता रहे फ़िलहाल बतौर पार्टी नेता अजय आलोक नें संविधान दिवस के दिन 42 वें संशोधन को ख़त्म करने की मांग सरकार से रखी।
Ajay Alok, JDU Leader
गृहमंत्री अमित शाह से अनुरोध करते हुए JDU नेता अजय आलोक नें कहा “बाबा साहब ने जो मूल संविधान था उसको वैसे ही कर दीजिए।”
Amit Shah in Parliament

आपातकाल में सारा विपक्ष जेल में था तब 42वां संशोधन किया गया था, संविधान की आत्मा को चोट पहुँचायी थी। वो ठीक करिए, आप ही कर सकते हैं, 6 दिसम्बर को बाबा साहब की पुण्यतिथि है, सच्ची श्रद्धांजलि होगी।”

आपको बता दें कि संविधान के 42वें संशोधन के ज़रिए सेकुलर शब्द को जोड़ा गया था।

हालांकि ये पहला मौका नहीं है जब अजय आलोक सेकुलर शब्द हटाने की माँग सरकार से किए हों। इससे पहले इसी साल, आपातकाल की तारीख़ 25 जून वाले दिन उन्होंने कहा संविधान में सेकुलर शब्द जोड़ने की आवश्यकता नहीं थी क्योंकि बाबा साहब का संविधान मूलरूप से ही सेकुलर था।
Modi Govt.
अजय आलोक बोले थे “बाबा साहब का संविधान मूलतः “धर्मनिरपेक्ष“ है। इसी आपातकाल में तुष्टिकरण की राजनीति की शुरुआत हुई जब 42 संशोधन कर संविधान के आत्मा में “सेक्युलर “शब्द घुसाया गया।”
आगे कहा था “क्या हम बाबा साहब के संविधान हमारा संविधान को उसके मूल रूप में ला सकते हैं ? सही श्रद्धांजलि होगी, 6 दिसम्बर बाबा साहब की पुण्यतिथि हैं।”

इसके अलावा पिछले महीने अक्टूबर में भी ठीक यही माँग रखी थी। बयान में कहा था “इससे अच्छा दिन क्या होगा, बाबा साहब के श्रद्धांजलि के लिए ? 42वां संशोधन तब हुआ था जब सारा विपक्ष जेल में था और अब 42 तब हटे जब सारा विपक्ष सदन में हो।”
“पता तो चले हटाने का विरोध किसने किया ? देश को हक़ हैं जानने का, ये काम भी मोदी जी करेंगे।”

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