अंतरराष्ट्रीय संबंध

पूर्व UN अधिकारी ने ऋषिकेश के लक्ष्मण झूले की तारीफ की, लोगों से साझा की सुंदरता

ऋषिकेश: ऋषिकेश में बने ऐतिहासिक लक्ष्मण झूला की तारीफ संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण के पूर्व प्रमुख ने की है।

अपने ट्विटर अकाउंट से उत्तराखंड के पवित्र स्थान ऋषिकेश में दशकों पुराने लक्ष्मण झूले की तस्वीर को साझा करते हुए संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण के पूर्व प्रमुख एरिक सोलहेम लिखते हैं “वाह ! यह भारत में ऋषिकेश में गंगा नदी है ! झूला पुल को लक्ष्मण झूला कहा जाता है। झूला का अर्थ होता है स्विंग (अंग्रेजी में)। क्या यह सुंदर नहीं है?”

क्या है लक्ष्मण झूले का इतिहास: 

लक्ष्मण झूला उत्तराखंड के ऋषिकेश में स्थित 450 फीट लंबा एक लोहे के झूला पुल को ही कहा जाता है। लक्ष्मण झूला ऋषिकेश के सबसे प्रमुख स्थलों में से एक है। यह नदी पार करने के लिए गंगा नदी पर बना है और ऋषिकेश का एक ऐतिहासिक स्थल है।

झूला के ऐतिहासिक परिप्रेक्ष्य के बारे में ऐसा कहा जाता है कि लक्ष्मण जी ने इस पुल के निर्माण के दौरान जूट की रस्सियों पर गंगा को पार किया था।  लक्ष्मण झूला 1939 में बनाया गया था। पुल के सभी दिशाओं से शानदार दृश्य दिखाई देते हैं।

कौन हैं झूले की तारीफ करने वाले सोलहेम:

एरिक सोलहेम नार्वे के राजनयिक और पूर्व राजनीतिज्ञ हैं। उन्होंने 2005 से 2012 तक नार्वे सरकार में अंतर्राष्ट्रीय विकास मंत्री और पर्यावरण मंत्री और संयुक्त राष्ट्र के अपर महासचिव और 2016 से 2018 तक संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम के कार्यकारी निदेशक के रूप में कार्य किया। सोलहेम ग्रीन पार्टी के सदस्य हैं।

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