CTET रिजल्ट 2018 : चले थे टीचर बनने, 17% ही 5वीं तक पढ़ाने के लिए हुए पास
CBSE नें CTET परीक्षा परिणाम 2018 किया घोषित; 9 दिसंबर 2018 को हुई परीक्षा में पूरे देश के 16 लाख अभ्यर्थियों नें दी थी परीक्षा
नईदिल्ली : CBSE नें CTET परीक्षा परिणाम 2018 घोषित कर दिया है, यह परीक्षा पिछले साल 9 दिसंबर को पूरे देश भर में आयोजित की गई थी जिसमें देश भर के 16 लाख अभ्यर्थियों टीचर बनने के लिए इस परीक्षा में बैठे थे |
प्राइमरी व अपर-प्राइमरी लेवल के लिए पहुंचे थे 16 लाख अभ्यर्थी :
देश भर के 92 शहरों के 2144 केन्द्रों में हुई इस परीक्षा में 16 लाख से ज्यादा अभ्यर्थियों नें शिरकत किया था | केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड यानी CBSE द्वारा आयोजित इस परीक्षा में ऐसे लोग बैठते हैं जो प्राइमरी (5वीं कक्षा) व अपर प्राइमरी (8वीं कक्षा) लेवल तक के छात्रों को पढ़ाना चाहते हैं |
CTET यानी सेंटर टीचर इलिजिबिलिटी टेस्ट 2 साल के अंतराल के बाद आयोजित की गई थी | जिसके आंकड़े चौकाने वाले हैं क्योंकि CBSE के डाटा के अनुसार प्राइमरी के लिए 10,73,545 अभ्यर्थियों में से 1,78.273 ही क्वालीफाई कर पाए वहीं बात मिडिल के लिए की जाए तो 8,78,425 में से 1,26,968 ही क्वालीफाई कर पाए |
16 लाख में से पास होने वाले के प्रतिशत पर एक नजर :
इस परीक्षा परिणाम से बात जो निकल कर आई है वो यह है कि प्राइमरी के लिए पास हुए अभ्यर्थियों का प्रतिशत मात्र 17% रहा | यानी प्रश्न यह उठता है कि क्या बांकी बचे 83% अभ्यर्थी परीक्षा नहीं बल्कि टाईमपास के लिए बैठे थे ?
वहीं मिडिल लेवल की बात करें तो और भी ज्यादा वाल्ट वाला झटका क्योंकि उनका पास प्रतिशत सिर्फ 15% ही रहा |
कुल मिलाकर लाखों अभ्यर्थियों नें सपने देखे थे कि 5 या 8 तक के बच्चे को पढ़ाकर देश का बेड़ा पार करेंगे लेकिन इनमें से 80% अभ्यर्थियों की खुद की नइया डूब गई |