‘दो बच्चों की नीति’ विधेयक संसद में पेश करेंगे कांग्रेस सांसद अभिषेक सिंघवी, सरकारी सुविधाएँ रोकने के हैं प्रावधान !
नईदिल्ली : कांग्रेस के राज्यसभा सांसद अभिषेक मनु सिंघवी दो बच्चों की नीति वाला विधेयक संसद में पेश करेंगे।
देश में जनसंख्या नियंत्रण को लेकर लगातार संसद में बहस जारी है। अब इसको लेकर कई सदस्य कागज़ी लचस्पी भी दिखा रहे हैं।
इसी कड़ी में मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अभिषेक मनु सिंघवी दो बच्चों की नीति वाला विधेयक संसद में पेश करने वाले हैं।
सिंघवी के बारे में आपको बता दें कि वो पश्चिम बंगाल से कांग्रेस के राज्यसभा सांसद, कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता व सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता भी हैं।
अब सिंघवी जनसंख्या नियंत्रण संबंधित विधेयक संसद के उच्च सदन राज्यसभा में पेश करने वाले हैं।
इस विधेयक में निम्नलिखित मुख्य प्रावधान हैं : जो लोग दो बच्चों की नीति पालन नहीं करते हैं उनके लिए “चुनाव लड़ने से रोक, सरकारी सेवाओं में पदोन्नति रोक, सरकारी अनुदान प्राप्त रोक, जो बीपीएल श्रेणी में शामिल हैं उन्हें ग्रुप-A की नौकरियों के लिए आवेदन में रोक” आदि शामिल है।
कांग्रेस सांसद सिंघवी नें विधेयक के बारे में ये कहा कि “बढ़ती जनसंख्या भारत के सीमित प्राकृतिक संसाधनों पर दबाव डाल रही है, इस कारण से दो-बच्चे के आदर्श नीति को लागू करने का आह्वान करता हूँ।”
— Abhishek Singhvi (@DrAMSinghvi) March 14, 2020
कांग्रेस सांसद सिंघवी नें विधेयक के बारे में ये कहा कि “बढ़ती जनसंख्या भारत के सीमित प्राकृतिक संसाधनों पर दबाव डाल रही है, इस कारण से दो-बच्चे के आदर्श नीति को लागू करने का आह्वान करता हूँ।”
ये विधेयक प्राइवेट मेम्बर बिल के तौर पर राज्यसभा में पेश होगा। चूंकि जनसंख्या नियंत्रण विधेयक, 2020 में मौद्रिक निहितार्थ हैं, इसलिए राज्यसभा में इसे पेश करने के लिए राष्ट्रपति की अनुमति की आवश्यकता थी। सिंघवी ने मीडिया को बताया कि विधेयक के लिए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद नें अनुमति दे दी है।
सिंघवी जी का यह राष्ट्रहित में लिया गया कदम है