कभी नहीं मिली थी बेटे की लाश, अब 5 हज़ार लावारिस लाशों के दाह संस्कार ख़ातिर पद्म श्री पुरस्कार !
अयोध्या (UP) : कभी अपने बेटे की लावारिस लाश होने के कारण महीने भर बाद जानने वाले मोहम्मद शरीफ़ पदम् श्री से सम्मानित किए जाएंगे।
राष्ट्रपति द्वारा 25 जनवरी को देश के प्रतिष्ठित पदम् पुरस्कारों की घोषणा की गई है। इस बार कुल 141 पदम् पुरस्कारों घोषित किए गए हैं जिसमें 7 पदम् विभूषण, 16 पदम् भूषण व 118 पदम् श्री पुरस्कार शामिल हैं। विज्ञान, कला, राजनीति, खेल जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में मिलने वाले पदम् पुरस्कारों में 33 महिलाएं व 18 NRI (विदेशी मूल) हैं।
अब इन पुरस्कारों में अयोध्या के शरीफ़ चाचा काफ़ी चर्चा में हैं उनको हर कोई सलामी ठोक रहा है। अयोध्यावासी शरीफ़ चाचा अयोध्या में लावारिस शवों का दाह संस्कार करने के लिए पद्म श्री के लिए नामित किए गए हैं।
5 हजार से अधिक लावारिस लाशों का अंतिम संस्कार करने वाले मोहम्मद शरीफ को समाज सेवा के क्षेत्र में पद्म श्री पुरस्कार दिया जाएगा। ये शरीफ़ चाचा लगभग 25 सालों से ज्यादा हिन्दू मुस्लिम की उनकी धार्मिक रीति रिवाजों के अनुसार दाह संस्कार कर रहे हैं।
अयोध्या में पेशे से साइकल पंचर की दुकान चलाने वाले मोहम्मद शरीफ उर्फ़ शरीफ़ चाचा कहते हैं, “27 साल पहले, सुल्तानपुर में मेरे बेटे की हत्या कर दी गई थी और मुझे इसके बारे में एक महीने बाद पता चला। उसके बाद, मैंने इस काम को अपने हाथ में ले लिया। मैंने हिंदुओं के 3000 शवों और मुसलमानों के 2500 शवों का अंतिम संस्कार किया है।”
Ayodhya:Mohd Sharif, who has been named for Padma Shri for cremating unclaimed bodies, says,”27 yrs ago, my son was murdered in Sultanpur&I got to know about it a month later.After that,I took this task in my hand.I’ve cremated 3000 bodies of Hindus&2500 bodies of Muslims so far” pic.twitter.com/2iw5Cp3gWd
— ANI UP (@ANINewsUP) January 26, 2020