अयोध्या में जलालुद्दीन नगर का नाम दशरथ नगर करने के प्रस्ताव पर CM योगी ने लिया संज्ञान
लखनऊ: उत्तरप्रदेश के अयोध्या से भाजपा सांसद लल्लू सिंह ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात कर फैजाबाद रेलवे स्टेशन का नाम अयोध्या कैंट करने का अनुरोध पत्र दिया है। सांसद ने बताया है कि अनुरोध पत्र पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सारी औपचारिकताएं पूरी कर केंद्र सरकार को प्रस्ताव भेजने का आश्वासन दिया है।
जलालुद्दीन नगर हो दशरथ नगर: सांसद
फैजाबाद रेेेलवेे स्टेशन के अलावा भाजपा सांसद ने अयोध्या स्थित जलालुद्दीन नगर का नाम महाराज दशरथ के नाम करने की माँग भी की है। सांसद ने कहा कि “चक्रवर्ती सम्राट महाराजा राजर्षि दशरथ जी की समाधि स्थल, ग्राम पंचायत जलालुद्दीननगर ब्लॉक पूरा, अयोध्या में स्थित है। योगी आदित्यनाथ से दशरथ समाधि स्थल की पौराणिक पहचान के अनुरूप जलालुद्दीननगर का नाम बदलकर दशरथ नगर करने का अनुरोध किया जिसका उन्होंने संज्ञान लिया।”
अयोध्या को अन्य धर्मनगरियों से जोड़ने की कवायद:
राममंदिर को दृष्टिगत रखते हुए सांसद लल्लू सिंह ने अयोध्या से चित्रकूट, जगन्नाथपुरी और माता वैष्णो देवी तक नई ट्रेनें चलाने के लिए रेल मंत्री को हाल ही में प्रस्ताव सौंपा है। रामघाट हाल्ट को पूर्ण स्टेशन का दर्जा दिलाने और फैजाबाद जंक्शन के पुनर्विकास की ओर भी सांसद ने ही रेलवे का ध्यानाकर्षण कराया था। सांसद के प्रस्ताव पर रेल मंत्री ने भी सकारात्मक रुख दिखाया है, जिसके बाद अयोध्या को लेकर रेलवे का मेगा प्लान सामने आया है।
रामनगरी के विकास को लेकर रेलवे भी अपना मेगा प्लान तैयार कर रहा है। राममंदिर बनने पर देश-दुनिया के पर्यटक अयोध्या आएंगे। ऐसे में पर्यटकों के लिए रामनगरी का रास्ता सुगम करने की दिशा में रेलवे तेजी से कार्य कर रहा है। रामघाट हाल्ट को पूर्ण स्टेशन का स्वरूप देने के साथ अब फैजाबाद जंक्शन का पुनर्विकास भी रेलवे करने जा रहा है।
अंतरराष्ट्रीय मानक पर अयोध्या जंक्शन:
अयोध्या जंक्शन को पहले से ही अंतरराष्ट्रीय मानकों पर विकसित किया जा रहा है। इसी तर्ज पर रेलवे फैजाबाद जंक्शन को भी पुनर्विकसित करेगा। रामघाट हाल्ट और फैजाबाद जंक्शन के विकसित होने के बाद जुड़वा शहरों में तीन बड़े और भव्य रेलवे स्टेशन होंगे। रेलवे के ये प्रयास बताते हैं कि आने वाले दिनों में रामनगरी से रेल सेवाएं भी अंतरराष्ट्रीय स्तर की दिखाई पड़ेंगी।
पर्यटकों को रामनगरी तक पहुंचने में आसानी हो और अयोध्या देश व प्रदेश के अन्य धर्मस्थलों से भी जुड़ सकें, इसे ध्यान में रखकर रेल नेटवर्क का खाका खींचा जा रहा है। खास कर भगवान राम से जुड़े स्थानों को अयोध्या से जोड़ने पर अधिक जोर दिया जा रहा है।