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“मध्य प्रदेश में सरकार बनी तो सामान्य वर्ग आयोग का करेंगे गठन” – कांग्रेस

सत्ता के हर पाले से बाहर चल रही कांग्रेस इन्ही सवालो पर सवर्ण फार्मूला लगा सत्ता वापसी के सपने सजो रही है जिसके बाद भाजपा खेमे में हलचल काफी तेज हो गई है।

मध्य प्रदेश(भोपाल) : सूबे में सवर्णो को लुभाने की हर एक पार्टी तमाम कोशिशे कर रही है, जिस बीच में कांग्रेस ने यह घोषणा कर डाली है कि वह सवर्णो के लिए आयोग का गठन करेगी। अपने वचन पत्र में “सामान्य वर्ग आयोग” बनाने का वचन देकर कांग्रेस राज्य में सरकार बनाने का कोई मौका नहीं छोड़ना चाहती है।

भाजपा से खासा नाराज चल रहे राज्य के सवर्ण एससी एसटी एक्ट पर केंद्र के संशोधन व राज्य में शिवराज सरकार द्वारा ‘माई के लाल’ कि ललकार से बेहद आक्रोशित है जो भाजपा के लिए गले कि फांस बनता जा रहा है।



वही कांग्रेस ने खुद को सवर्ण हितेषी बताते हुए पहले हरियाणा में ब्राह्मणो को 10 फीसदी आरक्षण देने का वादा किया व सूबे में सवर्ण छात्रों को छात्रवृत्ति देनी कि लॉलीपॉप दिखाई है।

वही सवर्णो कि नाराजगी को भांपते हुए दबंग निर्दलीय विधायक राजा भैया को भी 25 साल से चल रहा पार्टी का वनवास खत्म करने को मजबूर करते हुए नई पार्टी बनाने को मजबूर कर दिया।भाजपा द्वारा स्वर्णो कि अनदेखी को सभी पार्टिया भुनाना चाहती है जिसमे दलित हितेषी बसपा भी शामिल थी।

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सवर्णो कि ताक़त का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि 2014 कि मोदी लहर में भाजपा को कुल मिले वोटो में सबसे अधिक 54 प्रतिशत वोट सवर्णो के थे जिससे यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि सरकार बनाने में सवर्ण ही आपका राहु केतु तय करते है। मालूम हो कि आंकड़ों को ध्यान में रखते हुए ही खुद राजा भैया ने अकेले सवर्णो कि बात करते हुए पार्टी गठित कर डाली है ।


सत्ता के हर पाले से बाहर चल रही कांग्रेस इन्ही सवालो पर सवर्ण फार्मूला लगा सत्ता वापसी के सपने सजो रही है जिसके बाद भाजपा खेमे में हलचल काफी तेज हो गई है।

सूत्रों के हवाले से मिल रही खबरों के अनुसार पार्टी को मिले अंदरूनी सर्वे में पार्टी को खुद यह एहसास हो गया है कि पार्टी चुनावी मौसम में सवर्ण वोटो कि बारिश से कही सुखी ना रह जाये जिस पर पार्टी ने डैमेज कण्ट्रोल भी शुरू कर दिया है।

बीते माह सीएम शिवराज सिंह ने वादा किया था कि सूबे में जो एससी एसटी एक्ट के तहत मामले दर्ज किये जा रहे है उनमे पहले जांच फिर गिरफ़्तारी का प्रावधान किया जायेगा जोकि भाजपा के ही डैमेज कण्ट्रोल के कदम के रूप में देखा जा रहा है।

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