AAP सदस्य ने 9000 हजार में मोदी विरोधी पोस्टर लगाने का ऑर्डर दिया, रिक्शेवाले का भी उपयोग, फरार
नई दिल्ली: दिल्ली के मंगोलपुरी में मोदी विरोधी पोस्टर चपकाने में आप कार्यकर्ता का नाम आया है जोकि अब पुलिस की गिरफ्त से फरार है।
दिल्ली पुलिस ने एक बयान में कहा कि जीएनसीटीडी द्वारा बनाए गए दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण DDMA द्वारा घोषित लॉकडाउन को लागू करने के लिए गश्त करते हुए पुलिस ने देखा कि कई क्षेत्रों में दीवारों को पोस्टर चिपकाकर खराब किया जा रहा है। पूछताछ करने पर आरोपितों ने मंगोलपुरी में आप के एक सदस्य और वार्ड 47 के अध्यक्ष अरविंद गौतम को बताया। वह फरार है।
पुलिस के मुताबिक मंगोलपुरी में पोस्टर चिपकाने की घटना पर एक मुकदमा 188 आईपीसी और अन्य धाराओं में मंगोलपुरी में 12-13 मई को आसपास की दीवार खराब करने के लिए दर्ज किया गया था। मंगोलपुरी थाना क्षेत्र के कंझावाला रोड पर पोस्टर चिपका था जिसमें लिखा था कि “हमारे मोदी जी हमारे बच्चों की वैक्सीन विदेश क्यों भेजी ?”
इन पोस्टरों पर प्रिंटिंग प्रेस/प्रकाशक के विवरण का उल्लेख नहीं किया गया था। वीडियो फुटेज से आरोपी व्यक्तियों की पहचान की गई जो इन पोस्टरों को लगभग 4 बजे चिपकाते हुए देखे गए थे।
आरोपी व्यक्तियों ने पूछताछ के दौरान खुलासा किया कि अरविंद गौतम निवासी सुल्तानपुर माजरा, नई दिल्ली जो सुल्तानपुर माजरा में आप के कार्यकर्ता हैं, उन्होंने राहुल को व्हाट्सएप पर प्रिंटिंग के विषय में और इन पोस्टर/होर्डिंग को प्रिंट करने और चिपकाने के लिए 9000/- रुपये का ऑर्डर भेजा था।
राहुल ने प्रिंटिंग के लिए एक ग्राफिक इमेज बनाई थी। और राजेश को ईमेल के माध्यम से ऑर्डर दिया। राहुल पुत्र प्रदीप कुमार निवासी- 258 मंगोलपुरी, एनडी, आयु 26 वर्ष उसके पते पर ममता ग्राफिक्स के नाम से ग्राफिक डिजाइनिंग की दुकान चला रहा है। और अरविंद गौतम से मिले ऑर्डर तस्वीरों के अनुसार इन पोस्टर / होर्डिंग की एक डिजिटल कॉपी बनाई।
अनिल कुमार उर्फ बाबू पुत्र ओमपाल सिंह निवासी ओ पी -1 / 781, सुल्तानपुरी, एनडी, आयु- 25 वर्ष एक ई-रिक्शा चला रहा है जिससे होर्डिंग्स बरामद किए गए। राजेश शर्मा पुत्र चरण दास आर/ए 28 पंजाबी कैंप एफ-ब्लॉक, मंगोल पुरी उम्र 48 वर्ष एडलाइन प्रिंटिंग प्रेस के मालिक है। यह ऑर्डर राहुल ने ईमेल आईडी के जरिए राजेश को उनकी मेल आईडी पर दिया था।
पुलिस ने ये भी कहा कि प्रिंटर ने मुद्रित सामग्री के फुटनोट में प्रेस के नाम का उल्लेख नहीं किया और इस लॉकडाउन अवधि में प्रेस चलाने के लिए डीडीएमए दिशानिर्देशों का उल्लंघन किया।