आधे दर्जन से अधिक गरीब दलित बेटियों की ब्राह्मणों नें कराई शादी, बेटियाँ गले लग रोईं
गुजरात के एक छोटे से शहर बनासकांठा में सुशील शर्मा नाम के सामाजिक व्यक्ति की मिशाल कायम करने वाला कदम, सोशल मीडिया में जमकर हुई तारीफ़
नईदिल्ली : TRP और VIP मीडिया से हटके खबर कि ब्राह्मण समुदाय के लोगों नें दलित समाज की 8 बेटियों को अपनी ही बेटी के साथ विदाई कराई |
आज हम 21वीं सदी में जी रहे हैं जहाँ सूचना क्रांति का दौर है सेकंडों में हमारे पास सूचनाएं आती हैं | वहीं यदि हम समाज से जुड़ी खबरों की आत करें तो अक्सर यही दिखाई देता है कि यहाँ तथाकथित उच्च जाति के लोग दबे कुचले समाज का हज़ारों सालों से शोषण कर रहे हैं | इसके लिए समाज में घटने वाली दुर्भाग्यपूर्ण व मानवता के ख़िलाफ़ घटनाओं का सहारा लिया जाता है | खैर आज की पीढ़ी यही सोचती है कि कुछ भी गलत है उसे सकारात्मक पहलुओं से ही हल किया जा सकता है न कि उसमें और अधिक घाव करके |
ऐसी ही सकारात्मक खबरों में http://falanadikhana.com की सोशल मीडिया के पास सामाजिक सौहार्द को बढ़ाने वाली प्रेरणादायक ख़बर आई है | समाज के हरेक तबके के लोग इस खबर को बहुत सराह रहे हैं वहीं चिल्लाने वाली मीडिया से नाराजगी भी जाहिर कर रहे हैं कि क्या उन्हें ऐसी ख़बरें नहीं दिखाई जानी चाहिए ? क्या उनके रिपोर्टरो, कैमरामैन ही इन खबरों के लिए कम पड़ जाते हैं ?
खबर की पड़ताल में गए तो पता चला कि गुजरात के एक छोटे से शहर बनासकांठा में सुशील शर्मा नाम के सामाजिक व्यक्ति रहते हैं | वो सभी समाज की भलाई के लिए जात-पात से हटके इंसानियत की मदद करते हैं | यही कारण है कि बीते दिनों उन्होंने अपनी बेटी की शादी की | लेकिन इसमें बड़ी बात यह है थी कि अपनी ही बेटी के साथ दलित समाज की 8 बेटियों को भी साथ में विदा किया | उन्हें भेंट स्वरूप घर गृहस्थी के समान दिए और शादी का पूरा खर्च वहन किया |
शादी समारोह में सैकड़ों की तादाद में गवाह रहे लोगों नें भावुक पलकों से विदाई दी और सारा माहौल इंसानियत की पीठ ठोक रहा था |
भारत का हरेक समाज हरेक तबका कंधे से कंधे मिलाकर देश की उन्नति व विकास के लिए काम करे और नकारात्मक प्रचार से दूरी बनाकर इंसानियत को महत्व दें |