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ब्राह्मणो पर विवादित बयान देने वाले बीजेपी मंत्री 21 हजार वोट से हारे

सभी राज्यों में पतली हुई भाजपा की हालत पर हाई कमान ने बुलाई मीटिंग, अपने परापंगत वोट बैंक की नाराजगी कैसे दूर कि जाए की गयी चर्चा ।

मध्य प्रदेश : भाजपा के पूर्व स्वस्थ्य मंत्री रुस्तम सिंह को 20 हज़ार वोटो से परास्त झेलनी पड़ गई है। सूबे के दिग्गज नेताओ में शुमार रुस्तम सिंह शिवराज सरकार में स्वस्थ्य मंत्री के पद पर काबिज थे वही चुनावी मौसम में ब्राह्मणो पर दिए अपने विवादित बयान से चर्चाओं में लिपट पड़े थे।

रुस्तम सिंह ने चुनाव से पहले सभा को सम्बोधित करते हुए कहा था की मुझे वोट न देने का मतलब एक ब्राह्मण को विधायक बनाना है जिसके बाद हुए जबरदस्त हो हल्ले में पूर्व मंत्री जी ने सफाई पेश की थी।रुस्तम सिंह को कॉंग्रेसी उम्मीदवार रघुराज सिंह ने करीब 21 हज़ार वोटो से परास्त किया है।


सवर्णो की नाराजगी बीजेपी को खूब भारी पड़ गयी है, एक आकलन के मुताबिक अगर नोटा को गए आधे वोट भी बीजेपी को जाते तो भी भाजपा आसानी से सरकार बना लेती वही अगर सभी नोटा वोट बीजेपी के खाते में उड़ेल दिए जाते तो बीजेपी को 140 पार सीटें आ रही होती।

पिछले दिनों से दलितों के वोट बटोरने के चक्कर में भाजपा ने एससी एसटी एक्ट पर संसोधन कर सवर्णो को नाराज कर दिया था, वही दलितों के वोट बीजेपी को मिले नहीं उलटे कोर वोट बैंक भी खिसक गया ।


आपको बताते चले की सभी राज्यों में पतली हुई भाजपा की हालत को देखते हुए बीजेपी हाई कमान ने मीटिंग बुलाई थी जिसपर अपने परापंगत वोट बैंक की नाराजगी कैसे दूर की जाए उसपर चर्चा की गयी है।

बीजेपी की हार पर उत्तर प्रदेश के बलिया से विधायक सुरेंद्र सिंह ने भी इसे सवर्णो का आक्रोश बताया था वही बीजेपी के ही एक और पूर्व मंत्री लाल सिंह आर्य ने अपनी और पार्टी की हार के लिए माई का लाल और एससी एसटी एक्ट को ही जिम्मेदार ठहराया है।

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