बांग्लादेश में अब मुस्लिम भीड़ ने इस्कॉन मंदिर में किया भीषण हमला, देवताओं की रक्षा करते करते दो भक्तों ने दे दी अपनी जान
नोआखाली: बांग्लादेश में हिंदू त्यौहार नवरात्र के दिनों में मंदिरों में हो रहे हमले विजयादशमी में भी नहीं रुके जबकि प्रधानमंत्री शेख हसीना ने कल ही ऐसे तत्वों को चेतावनी दी थी।
शुक्रवार को इस्कॉन ने बताया कि कट्टरपंथी हमलावरों ने नोआखाली में उनके मंदिर और भक्तों पर हिंसक हमला कर दिया। मंदिर को काफी नुकसान पहुंचा।
बताया गया कि एक भक्त पार्थ दास की कल 200 से अधिक लोगों की भीड़ ने बेरहमी से हत्या कर दी। उनका शव मंदिर के बगल में एक तालाब में मिला था। लगभग 500 मुस्लिम भीड़ मंदिर के बाहर जमा हो गई थी और इस्कॉन मंदिर के अंदर देवताओं को तोड़ा और मंदिर में आग लगा दी। उन्होंने इस्कॉन मंदिर के सामने दुर्गा देवी को भी नष्ट कर दिया।
इस्कॉन कोलकाता के प्रवक्ता राधारमण दास ने कहा कि हमारे भक्तों ने लड़ाई लड़ी और इस्कॉन मंदिर में अपनी जान गंवाई: (1) निताई दास प्रभु और (2) जतन साहा प्रभु। उन्होंने देवताओं की रक्षा करने की कोशिश करते हुए मुसलमानों के साथ बहादुरी से लड़ाई लड़ी लेकिन उनकी संख्या अधिक थी। पुलिस फायरिंग में एक और हिंदू मारा गया। एक भक्त के सिर पर खंजर से हमला किया गया था। पीछे से हमला करने से पहले उन्होंने बहादुरी से लड़ाई लड़ी।
वहीं इन हमलों के बाद इस्कॉन ने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अनुरोध किया है कि वे अपने बांग्लादेशी समकक्ष से तुरंत बात करें। इस्कॉन ने यह भी कहा कि हम बांग्लादेश सरकार से सभी हिंदुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने और अपराधियों को न्याय के कटघरे में लाने का आह्वान करते हैं।