खालिस्तानियों ने हिमाचल CM को तिरंगा न फहराने की दी थी धमकी, CM समेत हिमाचलियों ने घर घर में फहराया तिंरगा
मंडी: हिमाचल प्रदेश में हर्षोल्लास के साथ 75वां स्वतंत्रता दिवस समारोह मनाया गया जिसमें प्रदेश भर की जनता ने बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया।
प्रदेश में 75वां स्वतंत्रता दिवस समारोह अमृत महोत्सव के रूप में हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इस अवसर पर जिला और उप-मण्डल स्तर पर भी समारोह आयोजित किए गए। ध्वजारोहण के साथ-साथ पुलिस, गृह रक्षक, एसएसबी, आइटीबीपी के जवानों द्वारा प्रस्तुत मार्च पास्ट समारोह के मुख्य आकर्षण रहे। राज्य स्तरीय स्वतंत्रता दिवस समारोह मण्डी के ऐतिहासिक सेरी मंच पर आयोजित किया गया, जिसकी अध्यक्षता मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने की।
मुख्यमंत्री ने राष्ट्रीय ध्वज फहराया और पुलिस बल, गृह रक्षक, एसएसबी और आइटीबीपी के जवानों द्वारा प्रस्तुत मार्च पास्ट की सलामी ली। प्रणब चैहान ने परेड की अगुवाई की।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर अपने संबोधन के शुरुआत में कहा कि प्रदेश की जनता ने वीरभूमि हिमाचल के घर-घर में तिरंगा फहराकर इस विशेष दिवस को मनाते हुए देशविरोधी ताकतों को एकजुटता एवं राष्ट्रभक्ति का संदेश दिया है। मुख्यमंत्री ने हर्ष जताते हुए समस्त प्रदेशवासियों का हार्दिक आभार व्यक्त किया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार के कर्मचारियों और पैंशनधारकों के लिए पहली जुलाई, 2021 से 6 प्रतिशत मंहगाई भत्ता देने की घोषणा की। इस निर्णय से कर्मचारियों और पैंशनरों को 450 करोड़ रुपए का वित्तीय लाभ होगा।
उन्होंने बीपीएल परिवारों के लिए खाद्य तेल पर आगामी चार महीनों के लिए अनुदान राशि 10 रुपए प्रति लीटर से बढ़ाकर 30 रुपए प्रति लीटर करने और एपीएल परिवारों के लिए 5 रुपए से 10 रुपए प्रति लीटर करने की घोषणा की। इस निर्णय से राज्य के 18.71 लाख कार्डधारक लाभान्वित होंगे। इसके अलावा, मुख्यमंत्री ने मण्डी नगर निगम के लिए 15 करोड़ रुपए देने की भी घोषणा की ताकि निगम विकासात्मक कार्यों का सुचारू रूप से क्रियान्वयन कर सके।
झंडा न फहराने की खालिस्तानी धमकी:
गौरतलब है कि खालिस्तान समर्थक संगठन सिख्स फॉर जस्टिस की ओर से जुलाई के अंत में हिमाचल प्रदेश के सीएम को तिरंगा झंडा न फहराने देने की धमकी दी गई थी। उग्रवादी संगठन की ओर से कहा गया था कि वे पहाड़ी राज्य में सीएम जयराम रमेश को तिरंगा नहीं फहराने देंगे।
खालिस्तान समर्थक ग्रुप का कहना था कि हिमाचल प्रदेश भी पंजाब रियासत का हिस्सा रहा है, ऐसे में वहां तिरंगा नहीं फहराने देंगे। यह धमकी एक रिकॉर्डेड फोन कॉल के जरिए शिमला स्थित कई पत्रकारों को दी गई थी।