अमेरिका में धार्मिक स्वतंत्रता का हाल, हिंदुत्व का विस्तार बताकर अलबामा में योग रहेगा प्रतिबंधित
अलबामा: अमेरिका के अलबामा राज्य में 1993 के बाद से योग पर लगा बैन आगे भी जारी रहेगा।
योग पर लगे प्रतिबंध को हटाने के लिए अलबामा के सीनेट में एक विधेयक पेश किया गया। विपक्षी विधायकों और अन्य के विरोध के चलते योग प्रतिबंध को खत्म करने वाले विधेयक को नही मिली सकी मंजूरी।
विधेयक को नही मिली मंजूरी
अमेरिका के अलबामा राज्य में स्कूलों में योग पर लगा बैन जारी रहेगा। राज्य के स्कूलों में योग प्रतिबंध को हटाने के लिए अलबामा की सीनेट में एक विधेयक पेश किया गया था। जिसे विपक्षी सदस्यों के विरोध और दबाव के कारण विधेयक को रोक दिया गया गया है।
अलबामा राज्य में 1993 में स्कूलों में योग को लेकर प्रतिबंध लगा दिया गया था। धार्मिक समूहों के दबाव के कारण उस समय हुए मतदान में अलबामा शिक्षा बोर्ड ने राज्य के सरकारी स्कूलों में योग और ध्यान विधा को प्रतिबंधित करने के पक्ष में मतदान किया था। जिसके बाद पूरे राज्य में स्कूलों में योग पर प्रतिबंध लगा दिया गया था। इसी योग प्रतिबंध को हटाने के लिए इस विधेयक को पेश किया गया था।
ईसाई अनुयायियों को सता रहा धर्म परिवर्तन का डर
अमेरिका के अलबामा राज्य में स्कूलों में लगे योग प्रतिबंध को खत्म करने वाले विधेयक को विपक्षी सदस्यों और अनुयायियों के विरोध के चलते मंजूरी नही मिल सकी हैं। ईसाई धर्म के कट्टर अनुयायियों को इस बात का भय सता रहा है कि स्कूलों में योग विधा प्रारंभ होने से बड़ी संख्या में लोग हिंदू धर्म को अपना सकते हैं।
योग विधा
योग एक आध्यात्मिक प्रक्रिया है जिसमें शरीर, मन और आत्मा को एक साथ लाने का काम होता है। योग, ध्यान की प्रक्रिया से सम्बन्धित है। योग (ध्यान) को भारत के साथ-साथ चीन, जापान, तिब्बत, दक्षिण पूर्व एशिया और श्री लंका में भी अपनाया जा रहा हैं। देश, विदेश और सारे सभ्य जगत् में लोग योग विधा से परिचित हैं।