छत्तीसगढ़ में पहली बार पुलिस बल में दिखेंगे ट्रांसजेंडर कांस्टेबल, पुलिस विभाग ने शुरू की भर्ती प्रक्रिया
रायपुर – छत्तीसगढ़ राज्य की पुलिस द्वारा 13 ट्रांसजेंडर कांस्टेबलों की भर्ती प्रक्रिया को शुरू किया गया हैं. देश में पिछले काफी समय से ट्रांसजेंडर समुदाय के लोगों को भेदभाव का सामना करना पड़ता रहा है. इसी कमी को दूर करते हुए छत्तीसगढ़ पुलिस द्वारा अब तक की सबसे बड़ी संख्या में ट्रांसजेंडर्स कांस्टेबलों की भर्ती की गई है.
छत्तीसगढ़ राज्य के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी डीएम अवस्थी ने 13 ट्रांसजेंडर्स पुलिस बल की भर्ती पर कहा कि हमने पहली बार ट्रांसजेंडर लोगों को कांस्टेबल के तौर पर भर्ती किया है और मैं व्यक्तिगत रूप से उन्हें बधाई देता हूं आपको अवगत कराते हुए बता दे कि सुप्रीम कोर्ट द्वारा सुनाए गए ऐतिहासिक फैसले के तीन साल बाद साल 2017 में तमिलनाडु पहला ऐसा राज्य बना था, जहां एक ट्रांसजेंडर की भर्ती की गई थी.
सुप्रीम कोर्ट का फैसला
तमिलनाडु की रहने वाली एक ट्रांसजेंडर शान्वी पोन्नूस्वामी के द्वारा दायर याचिका के चलते, सुप्रीम कोर्ट ने 2014 में ऐतिहासिक फैसला सुनाया था. जिसमें सुप्रीम कोर्ट ने लिंग के तीसरे वर्ग के रूप में किन्नरों को ट्रांसजेंडर की मान्यता दी थी. इसके साथ किन्नरों को ऐसा दर्जा देने वाला भारत दुनिया का पहला देश बन गया है.
2014 के फैसले में सुप्रीम कोर्ट ने संविधान के आर्टिकल 14, 16 और 21 का हवाला देते हुए कहा था कि ट्रांसजेंडर देश के नागरिक हैं और शिक्षा, रोजगार, स्वास्थ्य सेवाओं और अन्य सेवाओं पर उनका समान अधिकार है.