चुनावी पेंचबिहार

सवर्णों के मौजूदा प्रतिनिधित्व पर तेजस्वी ने नीतीश को घेरा, कहा हमने रखा था सबसे अधिक ख्याल

पटना: बिहार चुनावों में जिस पार्टी ने सबसे अधिक तेजी से अपने वोट मांगने का पैटर्न बदला है तो वह है राजद पार्टी। तेजस्वी के नेतृत्त्व में चुनाव में उतरा महागठबंधन इन दिनों जाति आधारित राजनीती से दुरी बनाये हुए है।

तेजस्वी की छवि को लालू की छवि के इतर विकास व सर्व जातियों के मसीहा के तौर पर दिखाया व प्रसारित किया जा रहा है। इसी क्रम में उन्होंने बीते दिनों लालू की राजनीती के दौरान हुई गलतियों के लिए सवर्णो से माफ़ी भी मांगी थी।

बिहार के लोकल अखबार प्रभात खबर को दिए इंटरव्यू में एक बार फिर उन्होंने सवर्णों को साधने का प्रयास किया है। प्रभात खबर अख़बार को दिए विस्तृत इंटरव्यू में उन्होंने सवर्णों के मौजूदा सरकार में कम हो रहे प्रतिनिधित्व पर भी सवाल खड़े किये है।

तेजस्वी ने कहा कि मौजूदा समय में सवर्णों का प्रतिनिधित्व मौजूदा सरकार में बेहद कम है। उन्होंने आगे कहा कि 1990 से 2005 तक की उनकी सरकार में सवर्णों को सबसे अधिक पद बांटे गए थे। वहीं इस बार भी राजद ने टिकट बाटते हुए उनका पूरा ख्याल रखा है।

विकास पुरुष की तरह करना चाहते है खुद को स्थापित
राजद की हुई चुनावी बैठक में यह तय हुआ था कि सिर्फ पिछडो की राजनीती कर मौजूदा समय में सत्ता नहीं हथियाई जा सकती है। जिसके बाद एकाएक लालू की तस्वीर को पोस्टर से गायब कर दिया गया। वहीं राबड़ी देवी को भी स्टार प्रचारक की लिस्ट से हटा दिया गया है।

हिंदूवादी छवि के लिए तेजप्रताप यादव को आगे किया जा रहा है। वहीं विकास पुरुष के तौर पर खुद तेजस्वी यादव बागडोर संभाले हुए है।

माय(मुस्लिम-यादव) समीकरण पर भी तेजवसी ने इससे दुरी बनाने का फैसला किया है। उनके मुताबिक सवर्णों को अपने पाले में लाना भी आज जरुरी हो चला है।

कृषि व उद्योग पर दे रहे है जोर
राजद पार्टी के मुखिया इस बार कृषि व उद्योग पर जोर दे रहे है। उन्होंने साफ़ किया कि 10 लाख नौकरी देने के साथ पहला कार्य कृषि व उद्योग लगाना उनकी प्राथमिकता होगी। जिसमे मक्का, ईख, लीची और मखाना से संबंधित यूनिटें लगायी जायेंगी। साथ ही तेजस्वी ने पूर्ण नशबंदी को लागु करने की भी बात कही है।

कन्हैया कुमार के साथ करेंगे मंच साझा
तेजस्वी ने साफ़ किया कि वह आने वाले दिनों में सीपीआइ नेता कन्हैया कुमार के साथ भी मंच साझा कर जेडीयू व भाजपा के खिलाफ घेरेबंदी को मजबूत करेंगे।


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