‘हाथरस कांड से दुखी 250 दलितों ने छोड़ा हिंदू धर्म’ निकला फ़र्जी, सरकारी योजनाओं के भराए थे फॉर्म
गाजियाबाद: उत्तरप्रदेश में गाजियाबाद के करहेड़ा गांव में 230 दलितों के कथित धर्मांतरण मामले में हरदिन नए खुलासे हो रहे हैं। अब इस मामले में गाजियाबाद निवासी मोंटू चंदेल ने FIR दर्ज कराई है।
कुछ संगठनों ने धर्मांतरण की साजिश फैलाई:
मोंटू ने आरोप लगाया है कि कुछ अज्ञात लोगों ने वह संगठनों ने साजिश के तहत समाज में विद्वेष फैलाने के लिए धर्मांतरण का नाटक कराया है, जबकि हकीकत में ऐसा कुछ नहीं है। उन्होंने यह भी कहा है कि धर्मांतरण से संबंधित जो प्रमाण पत्र लगाए गए हैं वह भी जांच में संदिग्ध पाए गए हैं।
हिंदू धर्म छोड़ने वालों की केजरीवाल से मुलाकात:
आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद ने बुधवार को बयान जारी कर बताया है कि मुख्यमंत्री केजरीवाल से उन लोगों ने मुलाकात की है जिन्होंने हिंदू धर्म छोड़ दिया। बुधवार को आप सांसद संजय सिंह ने आरोप लगाते हुए दावा किया कि आदित्यनाथ के राज में दलितों के लिये न्याय नही है दलितों के साथ हत्त्या बलात्कार जैसी घटनायें हो रहीं हैं दलित समाज पीड़ित है हाथरस कांड से आक्रोशित हिन्दू धर्म छोड़ने वाले बाल्मीकी समाज के लोगों ने दिल्ली के CM अरविंद केजरीवाल से मुलाक़ात कर अपना दर्द साझा किया।
दस्तावेजों में जानकारी नहीं:
गाजियाबाद पुलिस ने मोन्टू वाल्मीकि की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। दर्ज एफआईआर के मुताबिक 21 अक्टूबर को साहिबाबाद थाने के गांव करेहडा में कुछ अज्ञात लोगों ने 230 लोगों के धर्मांतरण की झूठी अफवाह फैलाई गई। इससे संबंधित प्रमाण पत्र पूरी तरह से फर्जी और साजिशन तैयार किए गए हैं। इन दस्तावेजों में कोई नाम, पता, तिथि और जारी करने वाले का नाम भी नहीं है। दस्तावेजों पर कोई पंजीकरण संख्या भी दर्ज नहीं है।
कागजात पूरी तरह से फ़र्जी: SP
एसपी सिटी ज्ञानेंद्र सिंह के मुताबिक कागजात पूरी तरह से फर्जी हैं। लोगों के बीच लाभकारी योजनाओं के फार्म बता कर कागजों को बांटा गया। इस पूरे मामले के पीछे प्रदेश में जातीय और धार्मिक दंगे कराने की साजिश रची गई है। जांच में जुटे पुलिस अधिकारियों का कहना है कि साजिशकर्ताओं ने ऐसे भोले भाले लोगों को निशाना बनाया जो पढ़े लिखे नहीं थे।
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