‘MP के भोजशाला में सरस्वती मंदिर के प्रमाण, मुक्त कराने के लिए डालेंगे सुप्रीमकोर्ट में याचिका’- रामलला वकील
धार (MP): अब धार की भोजशाला को मुक्त कराने का दावा रामलला के वकील ने किया है।
रामलला पक्षदार वकील रहे करुणेश शुक्ला ने मध्यप्रदेश में धार जिले में स्थित मशहूर भोजशाला में मन्दिर होने का दावा कर दिया है। उन्होंने स्थल का निरीक्षण कर मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि “मध्य प्रदेश की छोटी अयोध्या कही जाने वाली जिला धार में स्थित मंदिर, भोजशाला में अबैध तरीके से मुस्लिम समुदाय द्वारा नमाज पढ़ा जा रहा है। आज उस जगह का निरीक्षण किया और राम मंदिर की तरह इसे भी मुक्त करने का संकल्प लिया।”
दरअसल रामलला के अधिवक्ता ने भोजशाला के निरीक्षण के बाद उन्होंने मां सरस्वती के मंदिर होने का दावा किया जिसके लिए उन्होंने विशाल यज्ञकुंड को सबूत बताया व कहा कि यहां मन्दिर के स्पष्ट प्रमाण हैं।
उन्होंने दावा किया कि मन्दिर में भगवान शिव की मूर्ति, हनुमान जी नीचे दबे हुए और चक्र और शंख और जय विजय की मूर्तियां हैं आज भी दरवाजे के सामने मौजूद हैं और उन्हें छेनी हथौड़ी से कुरेदा कर निकाला गया है और जहां पर नही कुरेदा गया वहां पर आज भी मौजूद हैं।
इस बारे में उन्होंने कहा कि “जल्द से जल्द एक जनहित याचिका दायर करेंगे। पहले तो हम निरीक्षण की मांग करेंगे कि सारी चीजें किस स्थिति में मौजदू हैं। एक बार उनके निरीक्षण की रिपोर्ट जाएगी उसके बाद अदालत की कार्रवाई शुरू करेंगे।”
मध्य प्रदेश की छोटी अयोध्या कही जाने वाली जिला धार में स्थित मंदिर, भोजशाला में अबैध तरीके से मुस्लिम समुदाय द्वारा नमाज पढ़ा जा रहा है,
आज उस जगह का निरीक्षण किया और राम मंदिर की तरह इसे भी मुक्त करने का संकल्प लिया। pic.twitter.com/jmj8j5qLyF
— Karunesh Shukla करुणेश शुक्ला (@karuneshshukla8) September 19, 2020
अरुणेश के बारे में बता दें कि वो सुप्रीम कोर्ट में राममंदिर केस में हिन्दू पक्षकार थे और वो राम मंदिर केस की अंतिम सुनवाई के दौरान लगातार 40 दिन तक कोर्ट में मौजूद रहे हैं। इसके अलावा वो ह्यूमैनिटी नामक संस्था के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी हैं।
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