रिव्यु कोना

‘थाली किसी परिवार की बपौती नहीं’- रवि किशन के समर्थन में उतरे गीतकार मनोज मुंतशिर

मुंबई: ड्रग्स बहस में रवि किशन के समर्थन में कई बॉलीवुड के कलाकार आ गए हैं।

बॉलीवुड में ड्रग्स माफिया को लेकर भोजपुरी कलाकार व भाजपा सांसद रवि किशन व सपा सांसद जया बच्चन आमने सामने आ गए। जया ने तो ये तक कह दिया कि जिस थाली में खाते हैं उसी में छेद करते हैं।

उधर इस बहस में बॉलीवुड भी दो धड़े बंट गए हैं इसी कड़ी में मशहूर बॉलीवुड कवि व गीतकार मनोज मुंतशिर भी रवि किशन के समर्थन में आ गए हैं।

कौन हैं गीतकार मनोज मुंतशिर:

बता दें कि “तेरी मिट्टी” गाने के ख्याति की बुलंदी पाने वाले मशहूर लेखक मनोज मुंतशिर उत्तरप्रदेश के अमेठी के रहने वाले हैं। मनोज मुंतशिर बॉलीवुड के जाने माने गीतकार, लेखक और कवि हैं। उन्होंने ही तेरी मिट्टी, बाहुबली-2, फिर भी तुमको चाहूंगा, गलियां, तेरे संग यारा, रश्क ए क़मर जैसे गानों को लिखा है।

ISI की जगह संविधान की मुहर: गीतकार

रवि किशन बनाम जया बच्चन मामले में मनोज ने बिना नाम लिए ही जया के बयानों को ध्वस्त कर दिया। उन्होंने तीखे लहजे में बॉलीवुड इंडस्ट्री को लेकर कहा कि “फ़िल्म जगत अगर थाली है, तो ये थाली सबकी है। ये सबकी भूख मिटाती है और सब अपनी मेहनत से इस थाली में रखने के लिए रोटियाँ कमाते हैं। कोई किसी के टुकड़ों पर नहीं पलता।”

आगे बॉलीवुड में वंशवाद को पलटवार करते हुए कहा कि “इस थाली पर ISI की जगह संविधान की मुहर है। ये थाली किसी एक परिवार, ख़ानदान या वंश की बपौती नहीं है।”

अंत में कहा कि “अगर इस थाली में किसी बदज़ात ने ज़हर परोस दिया है तो इसमें छेद करना ज़रूरी है ताकि वो ज़हर बह के निकल जाए।”

जया बच्चन ने गटर को बनाया था मुद्दा:

ड्रग्स मसले पर रवि किशन को जवाब देते हुए सपा सांसद जया बच्चन ने कहा था कि “जिन लोगों ने फिल्म इंडस्ट्री में अपना नाम बनाया है उन्होंने इसे गटर बुलाया, मैं पूरी तरह इससे असहमत हूं। मैं उम्मीद करती हूं कि सरकार इन लोगों को बताए जिन्होंने इससे अपना नाम और प्रसिद्धि कमाई कि ऐसी भाषा का इस्तेमाल करना बंद करें।”

आगे उन्होंने कहा था कि “मैं बहुत शर्मिंदा थी कि कल हमारे एक सांसद ने लोकसभा में फिल्म इंडस्ट्री के खिलाफ बोला, जो खुद इंडस्ट्री से हैं। ये शर्म की बात है, ‘जिस थाली में खाते हैं उसमें छेद करते हैं।’ गलत बात है, इंडस्ट्री को सरकार का समर्थन चाहिए।”


Donate to Falana DIkhana: यह न्यूज़ पोर्टल दिल्ली विश्विद्यालय के मीडिया छात्र अपनी ‘पॉकेट मनी’ से चला रहे है। जहां बड़े बड़े विश्विद्यालयों के छात्र वामपंथी विचारधारा के समर्थक बनते जा रहे है तो वही हमारा पोर्टल ‘राष्ट्रवाद’ को सशक्त करता है। वही दिल्ली विश्विद्यालय जैसे प्रतिष्ठित संस्थान में पढ़ रहे हमारे युवा एडिटर्स देश में घट रही असामाजिक ताकतों के खिलाफ लेख लिखने से पीछे नहीं हटते बस हमें आशा है तो आपके छोटे से सहयोग की। यदि आप भी हम छात्रों को मजबूती देना चाहते है तो कम से कम 1 रूपए का सहयोग अवश्य करे। सादर धन्यवाद, ‘जयतु भारतम’

                                                        

इससे सम्बंधित

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button