प्रशांत कनोजिया बोले भगवान को बीच सड़क पर रख जूते मारो फिर गटर में विसर्जित कर दो
नई दिल्ली: विवादित पत्रकार व दलित एक्टिविस्ट प्रशांत कनोजिया को लेकर सोशल मीडिया पर उड़ रही खबरों पर संज्ञान लेते हुए आज हमारी रिसर्च टीम ने इस जातिवादी हिन्दू फोबिक पर छान बीन को अंजाम दिया है। बीते कई दिनों से सोशल मीडिया यूजर्स द्वारा हमसे प्रशांत कनोजिया पर रिपोर्ट तैयार करने की मांग की जा रही थी।
प्रशांत कनोजिया पर थोड़ा समझने व पढ़ने के बाद हमने इनका काला चिट्टा निकालने का प्रयास किया। घंटो की मेहनत के बाद हमारी टीम ने जो पाया उससे हमारे भी होश उड़ गए। प्रशांत कनोजिया ने सभी सीमाएं लांघते हुए हिन्दू देवी देवताओ पर बेहद ही आपत्तिजनक टिप्पणियां की है। वहीं इसी नें मोदी योगी को अभद्र टिप्पणी से लेकर पूर्व थल सेना अध्यक्ष व वर्तमान CDS विपिन रावत को कश्मीर में क्रूर अंग्रेज जनरल डायर बताया था। हालांकि लोगों की कार्रवाई के मांग बढ़ते देख इसने चुपचाप ट्वीट डिलीट कर डाला था।
ऐसी टिप्पणियां जिन्हे पढ़ कर आपको लगेगा कि यह व्यक्ति किसी ट्रोलर की तरह अभद्रता करने वाले से कम नहीं है। हिन्दू देवी देवताओ को निचा दिखाने के अपने प्रयास में उन्होंने भगवान राम से लेकर श्री कृष्ण तक पर आपत्तिजनक विचार प्रकट किये थे जो समाज में जातिगत तनाव बढ़ा सकते है।
उन्होंने हिन्दू देवी देवताओ पर निशाना साधते हुए लिखा “भगवान की मूर्ति को सड़क के बीच में रखकर उसे जूता से मरना चाहिए व बाद में उस मूर्ति को गटर में विसर्जित कर देना चाहिए”। ऐसे बेहद ही शर्मनाक व भड़काऊ पोस्ट को एक वेरिफाइड अकाउंट से सरेआम लोगों को भड़काने के लिए परोसा जा रहा है।
जिस मंदिर में आसिफा का बलात्कार हुआ उस मंदिर के भगवान की मूर्ति को सड़क के बीच में रखकर जूता से मरना चाहिए और फिर उसे गट्टर में विसर्जित कर देना चाहिए. #JusticeforAsifa
— Prashant Kanojia (@PJkanojia) April 12, 2018
आपको बता दे कि यह ट्वीट कनोजिया की तरफ से Apr 12, 2018 को किया गया था। वायर और इंडियन एक्सप्रेस के पूर्व पत्रकार व एक्टिविस्ट कनोजिया का जहर उगलना यही तक सीमित नहीं रहा। साथ ही उन्होंने एक अन्य पोस्ट में प्रभु श्री राम को महिला उत्पीड़न करने वाला बता दिया व उनके भगवान होने पर ही सवाल खड़े किए।
कनोजिया ने लिखा “अपनी पत्नी सीता को अग्निपरीक्षा देने पर विवश किया था और गर्भवती बीवी को जंगल भेज दिया था. महिला उत्पीडन करने वाले भगवान कैसे”।
अपनी पत्नी सीता को अग्निपरीक्षा देने पर विवश किया था और गर्भवती बीवी को जंगल भेज दिया था. महिला उत्पीडन करने वाले भगवान कैसे #womensday pic.twitter.com/8ImxMhGD5y
— Prashant Kanojia (@PJkanojia) March 8, 2017
ये धर्म है कि गोबर का पुलिंदा
प्रशांत कनोजिया का जहर उगलना सिर्फ कुछ ट्वीट तक सिमित नहीं था। अन्य के साथ इनका पूरा नेक्सस हिन्दू समाज को तोड़ने व देवी देवताओ को निचा दिखाने में चल रहा है। कनोजिया ने एक अन्य ट्वीट में राम को बेदिमाग तक बता डाला। उन्होंने लिखा “ये हिंदुओं को शर्म आती नहीं है। धर्म है कि गोबर का पुलिंदा। शंभूक ज्ञान अर्जित कर चुका था, लेकिन राम ने उसकी हत्या की थी क्योंकि शंभूक शुद्र था। जब इनका भगवान दिमाग नहीं लगाया, तो ये कैसी लागयेंगे ? यही हिन्दू आतंकवाद है!”
ये हिंदुओं को शर्म आती नहीं है। धर्म है कि गोबर का पुलिंदा। शंभूक ज्ञान अर्जित कर चुका था, लेकिन राम ने उसकी हत्या की थी क्योंकि शंभूक शुद्र था। जब इनका भगवान दिमाग नहीं लगाया, तो ये कैसी लागयेंगे? यही हिन्दू आतंकवाद है! pic.twitter.com/xN2BTDDF2h
— Prashant Kanojia (@PJkanojia) May 6, 2019
मूर्ति पर चप्पल मारने पर भगवान कुछ नहीं बिगाड़ पाया तो ये क्या बिगाड़ेंगे
सभ्यता व तहजीब से कोसो दूरी बनाकर चल रहे कनोजिया अपने ट्वीट से तो समाज में जहर घोलने लगते है। लगातार हिन्दू धर्म के खिलाफ बोलते हुए यह हर एक सीमा लांघ गए है। इन्होने भगवान पर चप्पल से मारने का ट्वीट कर दिया। प्रशांत ने लिखा “भगवान की मूर्ति को चप्पल से मारने वाले 95 वर्ष तक जिंदा रहे। भगवान भी उनका कुछ नहीं उखाड़ पाया था, तो संघी आतंकी क्या उखाड़ेंगे।”
आगे गौ माता व अन्य देवी देवताओ पर भी जहर उगलते हुए इन्होने हिन्दू धर्म की कब्र खोदने की धमकी भी दी है । अब प्रश्न यह उठता है कि क्या पुलिस इन जैसे कथित पत्रकार पर कोई कार्यवाई करेगी या सभी कानून आम नागरिको के लिए ही बने है। ऐसे जहर घोलने वाले दलित पत्रकारों व नेताओ के खिलाफ प्रशासन भी कार्यवाई से बचता है क्या आसामाजिक पत्रकार हिन्दू भगवानो व उनकी संस्कृति पर गालियां देने को ही यह अपना अधिकार समझते हैं।
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