बुरी फँसी कांग्रेस, जयराम रमेश बोले- कांग्रेस को नहीं करना चाहिए CAA विरोध प्रदर्शनों का नेतृत्व !
कोझिकोड : वरिष्ठ कांग्रेस नेता जयराम रमेश नें CAA का ख़िलाफ़त कर रही कांग्रेस पर बड़ी बात कही है।
जो कांग्रेस संसद से लेकर सड़क तक विरोध कर रही थी वो CAA पर अब बुरी तरह दो राहों में फँस चुकी है। एक तरफ़ तो पार्टी कानून को असंवैधानिक बताकर विरोध कर रहे हैं वहीं दिग्गज व वरिष्ठ नेता कह रहे हैं कि कानून एक बार संसद से पास हो गया तो कोई राज्य इसे मना नहीं कर सकता। पहले सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता व कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल तो अब राज्यसभा सांसद जयराम रमेश ।
अंग्रेजी अखबार TOI की रिपोर्ट के मुताबिक कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने रविवार को केरल साहित्य महोत्सव के समापन समारोह में पहुंचे थे वहां उन्होंने कहा कि “कांग्रेस को देश में गैर हिंदु मुस्लिम मुद्दे वाले आर्थिक संकट पर एक आंदोलन का नेतृत्व करना चाहिए, न कि CAA व NPR पर, क्योंकि लोग इसे हिंदू-मुस्लिम मुद्दा मानते हैं। और पार्टी को समाज को ध्रुवीकृत नहीं होने देना चाहिए।”
रविवार को रमेश ने कहा कि “सीएए एक बहुत ही संवेदनशील मुद्दा है। हमें बहुत सावधान रहना होगा कि यह हिंदू-मुस्लिम ध्रुवीकरण का साधन न बन जाए। भाजपा CAA व NPR की बहस को जीवित रखना चाहती है, जबकि आज देश में सबसे महत्वपूर्ण मुद्दा आर्थिक संकट है।”
सीएए के खिलाफ केरल विधानसभा द्वारा प्रस्ताव पारित किए जाने का उल्लेख करते हुए, जयराम रमेश ने कहा कि “राज्य सरकार सीएए को रद्द नहीं कर सकती है और सीएए पर राज्य के किसी भी प्रस्ताव को संवैधानिक परीक्षण पास नहीं किया जा सकता है।”
“मेरी जानकारी के अनुसार, नागरिकता केंद्रीय सूची में है और समवर्ती सूची में नहीं है। यदि यह समवर्ती सूची में होता, तो राज्य विधानसभा इसे रद्द कर सकती है। CAA पर कोई भी प्रस्ताव संवैधानिक परीक्षा पास नहीं कर सकता है, हालांकि NRC व NPR पर, यह एक अलग मुद्दा है।”
रमेश ने कहा कि “एक ही तरीका असंवैधानिक सीएए से निपट सकता है या तो संसद एक नया कानून पारित कर रही है जो तब तक नहीं होगा जब तक कि कांग्रेस को बहुमत नहीं मिलता या सुप्रीम कोर्ट इसे रद्द करे।”