पड़ोसी देशों से धार्मिक रूप से सताए 6 विस्थापित अल्पसंख्यकों को MP में मिली नागरिकता
भोपाल: मध्यप्रदेश के भोपाल जिले में पड़ोसी देशों में धार्मिक रूप से प्रताड़ित 6 और विस्थापित अल्पसंख्यकों को नागरिकता प्रदान की गई है।
प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने गुरुवार को भोपाल में 6 विस्थापितों को नागरिकता प्रमाण पत्र सौंपा जिसके बाद उन्होंने एक बयान में कहा कि भारत के पड़ोसी देशों पाकिस्तान, बांग्लादेश, अफगानिस्तान से अल्पसंख्यक समुदाय धार्मिक अत्याचारों से पीड़ित होकर भारत आते रहते हैं। इनमें हिंदू, बौद्ध, सिख, इसाई और जैन शामिल है। आज 6 लोगों को भारतीय नागरिकता प्रदान की गई।
मिश्रा ने आज भारत में शरणार्थी के रूप में रह रहे मुकेश थारानी और उमेश थारानी (1989), पुष्पा बाई लालचंद (1982), विनोद छाबड़िया (2008), अनिकेत कुमार और मुस्कान कुमारी (2010) के साथ ही रीना बाई (2011) को नागरिकता प्रमाण-पत्र सौंपे।
उन्होंने बताया कि पाकिस्तान जेकोकाबाद के उक्त नागरिक विगत कई वर्षो से भारत में शरणार्थी के रूप में जीवन-यापन कर रहे थे। भारत की नागरिकता प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह की संवेदनशीलता और दूरदर्शिता से सभी सात लोगों को प्राप्त हुई है। अब यह सभी भारतीय नागरिक के रूप में निश्चिंत होकर रह सकेंगे।
जुलाई में भी दी गई थी नागरिकता
इसके पहले जुलाई में भी गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने धर्म के आधार पर पीड़ित किए जाने वाले पाकिस्तान से पलायन कर मध्यप्रदेश में रह रहे 6 हिंदू शरणार्थियों को नागरिकता संशोधन क़ानून के अंतर्गत भारतीय नागरिकता का प्रमाण-पत्र दिया था।
नागरिकता पाने वाले हिंदू शरणार्थी थे: नन्दलाल (बैरागढ़ भोपाल), अमित कुमार (बैरसिया रोड, भोपाल), अर्जुन दास (मंदसौर), जयराम दास (मंदसौर), नारायण दास (मंदसौर) एवं सौशल्या बाई (मंदसौर)।